हरियाणा सरकार ने खरीफ-2022 सीजन के लिए कपास का रकबा 3.35 लाख एकड़ बढ़ा दिया है। इस बार 19.25 लाख एकड़ कपास उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है। पिछले सीजन में 15.90 लाख एकड़ में कपास उगाई गई थी। कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. सुमिता मिश्रा ने बताया कि 31 मार्च तक सभी कपास पिराई कारखानों और तेल मिलों के पुराने स्टॉक की सफाई करने का निर्देश दिया है। सभी फैक्टरी मालिकों, भारतीय कपास निगम सिरसा के अधिकारियों और फील्ड अधिकारियों के साथ गतिविधियों की प्रगति की समीक्षा व निगरानी के लिए 24 मार्च को बैठक बुलाई है।कपास मुख्य रूप से सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, भिवानी, जींद, सोनीपत, पलवल गुरुग्राम, फरीदाबाद, रेवाड़ी, चरखी दादरी, नारनौल, झज्जर, पानीपत, कैथल, रोहतक और मेवात जिलों में उगाई जाती है। पिछले सीजन में कुछ हिस्सों में पिंक बॉल वर्म से कपास की फसल को नुकसान हुआ था। कपास में पिंक बॉल वर्म के गंभीर खतरे को ध्यान में रखते हुए विभाग ने कपास उत्पादक जिलों के लगभग 85 प्रतिशत गांवों को चौधरी चरण सिंह कृषि विश्वविद्यालय (हिसार) के साथ मिलकर किसानों को मेलों, गोष्ठियों और प्रशिक्षण के माध्यम से शिक्षित कर दिया है।