साहा के गांव फुलेल माजरा में मंगलवार को दो पक्षों में हुए झगड़े में 8 लोग घायल हो गए। इस दौरान फायरिंग भी हुई। घायलों में से 2 को चंडीगढ़ रेफर किया गया है। साहा थाना प्रभारी चंद्रभान का कहना है कि फिलहाल दोनों पक्ष एक-दूसरे पर गोली चलाने का आरोप लगा रहे हैं। झगड़े की वजह अभी स्पष्ट नहीं हुई है।
गोली के खोल बरामद हुए हैं। यह मामला गांव में साढ़े तीन एकड़ जमीन से जुड़ा माना जा रहा है। जिसे सरपंच पंचायती जमीन बताते हैं और यहां जोहड़ खुदवाना चाहते हैं। जबकि इस जमीन पर पाल व कश्यप समाज के लोगों के घर बने हैं। इस संबंध में अम्बाला सिटी कोर्ट में केस भी चल रहा है।
इस झगड़े में लालचंद ने बताया कि बाइक पर आए कुछ युवकों ने उनके घर पर हमला किया। हमलावरों में शामिल युवकों ने पिस्टल चलाने की कोशिश की लेकिन हाथापाई के दौरान खुद ही घायल हो गए। घायलों में मिट्ठापुर के संदीप सन्नी और पसियाला निवासी रामनाथ शामिल हैं। जिन्हें चंडीगढ़ रेफर किया गया है। पाल समाज के साहिल, राहुल, विवेक, कोमल व अमरजीत को अम्बाला सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस के अनुसार सोमवार को मिट्ठापुर में अकबरपुर और फुलेल माजरा के पाल समाज के युवकों में झगड़ा हुआ था।
सरपंच का दावा-इस झगड़े का तालाब विवाद से लेना-देना नहीं
गांव सरपंच विजय ने दावा किया कि मंगलवार को हुए झगड़े का तालाब विवाद से कोई लेना-देना नहीं है। करीब साढ़े 3 एकड़ में 70 साल पुराना पीपल वाला तालाब है, जिसमें डेढ़ एकड़ जमीन पर पाल समाज और कश्यप समाज के करीब 10 परिवारों ने मकान बना रखे हैं। कब्जे का मामला पंचायत और कुछ परिवारों के साथ अम्बाला सिटी कोर्ट में चल रहा है।
पंचायत चाहती है कि 8 से 10 परिवारों के कब्जे को छोड़कर बाकी जगह पर थ्री पौंड बना दिए जाए। बीडीपीओ कार्यालय की ओर से निशानदेही हो चुकी है और मंगलवार को इसकी खुदाई होनी थी। सरपंच ने कहा कि वह पोकलेन मशीन की व्यवस्था करने के लिए गांव से बाहर गए थे।