रांची. झारखंड विकास मोर्चा ने हेमंत सोरेन की सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया है। समर्थन वापस की खबर के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि हेमंत सोरेन ने कहा कि भाजपा अपने तरीके से अपने एजेंडे को स्थापित करने में जुटी है। वहीं उन्होंने कहा कि एक महीने तक मेरी सरकार को समर्थन देने के लिए जेवीएम और बाबूलाल मरांडी का धन्यवाद।
उधर, गुरुवार को दिल्ली में सोनिया और राहुल गांधी से मुलाकात करने वाले पार्टी के पौड़ेयाहाट से विधायक प्रदीप यादव पर भी कार्रवाई की गई है। पार्टी ने उन्हें विधायक दल के नेता के पद से हटा दिया है। जेवीएम की ओर से कांग्रेस पर उनके विधायकों को तोड़ने और खरीद-फरोख्त का आरोप लगाते हुए हेमंत सोरेन सरकार से समर्थन वापस लेने की बात कही गई है। इस संबंध में पार्टी ने हेमंत को चिट्ठी भेज दी है। शुक्रवार को इस संबंध में जेवीएम की ओर से प्रेसवार्ता कर जानकारी दी गई।
प्रदीप यादव का है कहना
उधर, प्रदीप यादव ने कहा कि जेवीएम विधायक दल के नेता के हैसियत से मेरा हेमंत सोरेन सरकार को समर्थन जारी रहेगा, भले ही पार्टी समर्थन वापस ले ले। उन्होंने कहा कि विधायक दल की बैठक नहीं हुई है, पहले बैठक होगी, रायशुमारी होगी। जिस विधायक को पार्टी से निष्कासित किया गया है वे भी जेवीएम के ही विधायक हैं। ऐसे में जबतक विधायक दल की बैठक नहीं हुई है, इसे बुलाने का भी अधिकार मुझे ही है। ऐसे में विधायक दल का नेता अब भी मैं ही हूं। उन्होंने कहा कि कुछ वक्त लगेगा, थोड़े समय के बाद सबकुछ स्पष्ट हो जाएगा।
24 दिसंबर को जेवीएम ने हेमंत सोरेन सरकार को दिया था समर्थन
झारखंड विकास मोर्चा के केंद्रीय अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने 24 दिसंबर 2019 को हेमंत सोरेन की सरकार को अपना समर्थन दिया था। उधर, समर्थन वापस लिए जाने के संबंध में जेवीएम का कहना है कि उनके दल ने सरकार को समर्थन दिया है और सरकार में घटक दल कांग्रेस उनके विधायक को अपनी पार्टी में शामिल करा रही है, ऐसे में समर्थन वापस लिया जा रहा है।
21 जनवरी को बंधु तिर्की को किया गया था निष्कासित
मांडर से झाविमो (झारखंड विकास मोर्चा) के विधायक बंधु तिर्की को पार्टी ने 21 जनवरी को निष्कासित कर दिया। बंधु पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्तता का आरोप है। इस संबंध में बंधु से स्पष्टीकरण मांगा गया था पर तय समय तक उनकी ओर से कोई जवाब नहीं देने पर बंधु तिर्की पर यह कार्रवाई की गई।