दिल्ली विधानसभा चुनाव को जननायक जनता पार्टी ने नहीं लड़ने का फैसला लिया है। भारतीय चुनाव आयोग द्वारा जेजेपी को चाबी और चप्पल का चुनाव निशान नहीं मिलने के चलते पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने सर्वसम्मति से यह फैसला लिया कि जेजेपी अब चुनाव न लड़कर हरियाणा में सहयोगी दल बीजेपी की दिल्ली में सहायता करके दिल्ली की राजनीति में अपनी अहम भूमिका निभाएगी।
चंडीगढ़ स्थित पार्टी प्रदेश कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत में डिप्टी सीएम एवं जेजेपी (जननायक जनता पार्टी) के दिल्ली प्रभारी दुष्यंत चौटाला ने कहा कि पार्टी की दिल्ली यूनिट ने वहां अपना संगठन तैयार कर रखा है। पार्टी की तैयारी थी कि चाबी के चुनाव निशान पर वहां चुनाव लड़ा जाए, लेकिन चुनाव आयोग द्वारा चाबी और चप्पल का निशान दिल्ली चुनाव के लिए किसी अन्य दो संगठनों को दिया जा चुका था।
उन्होंने कहा कि जेजेपी ने प्रथम चाबी और फिर विकल्प के तौर पर चप्पल के निशान को हमें दिए जाने की अर्जी चुनाव आयोग को दी थी लेकिन चुनाव आयोग ने 3-4 दिन पहले ही लिखित में हमें बताया है कि ये दोनों निशान उपलब्ध नहीं है। उन्होंने कहा कि इसके बाद पार्टी ने जेजेपी संरक्षक डॉ अजय चौटाला से चर्चा की और फिर पार्टी की दिल्ली चुनाव कमेटी, प्रदेशाध्यक्ष सरदार निशान सिंह और दिल्ली प्रदेश कार्यकारिणी ने सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया कि पार्टी दिल्ली में अपने प्रत्याशी नहीं उतारेगी।
गांव से हटेंगे शराब के ठेके:
दुष्यंत ने बताया कि जेजेपी की वरिष्ठ नेत्री एवं बाढ़डा से विधायक नैना सिंह चौटाला के आग्रह पर शराब के ठेके गांवों से हटवाने की मुहिम चलाई गई थी। उन्होंने कहा कि प्रदेश के 700 से ज्यादा गांव यानि कि करीब 10 प्रतिशत गांवो ने अपने यहां शराब के ठेके हटवाने का प्रस्ताव पारित करके दिया है और सरकार की नीति के अनुसार अब इन गांवों में शराब के ठेके नहीं खोले जाएंगे। इस मुहिम में सहयोग के लिए दुष्यंत चौटाला ने महिलाओं, ग्रामीणों, सरपंचों का धन्यवाद करते हुए कहा कि प्रदेश में कई ऐसे भी जिले है जहां 100 से ज्यादा गांवों ने भी अपना समर्थन किया।