इंजीनियर इन चीफ प्रोजेक्ट आईपीएच राजेश बख्शी ने माना कि चीन के साथ हिमाचल की सीमा लगने से प्रोजेक्ट लटका है। शंकाओं का समाधान करने के लिए हिमाचल सरकार ने अपना पक्ष रखा है। उम्मीद है कि फरवरी में चीन के शंघाई में ब्रिक्स बैंक की प्रस्तावित बैठक में मामला सुलझ जाए। उधर, नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने ब्रिक्स प्रोजेक्ट लटकने के लिए सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया है। उनका कहना है कि सरकार की सुस्ती के कारण प्रोजेक्ट लटका।
हिमाचल के 3200 करोड़ के प्रोजेक्ट पर चीन का अड़ंगा, नहीं मंजूर हुआ बजट
हिमाचल को मिले ब्रिक्स के पहले प्रोजेक्ट पर ही चीन ने अड़ंगा लगा दिया है। वर्ष 2017 में कांग्रेस कार्यकाल के दौरान ब्रिक्स के तहत करीब 3200 करोड़ रुपये का प्रोजेक्ट मांगा था। ब्रिक्स ने पेयजल योजनाएं बनाने के लिए पहले चरण में 698 करोड़ रुपये बतौर ऋण देना मंजूर किया, लेकिन दो साल बाद आज तक राशि नहीं मिल पाई। सूत्रों की मानें तो हिमाचल के इस प्रोजेक्ट पर चीन ने अड़ंगा अड़ा दिया है। चीन हिमाचल से लगती सीमा मामले और धर्मगुरु दलाईलामा के विवाद की बात उठा रहा है।