नागरिकता संशोधन कानून और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (National Register of Citizens) के खिलाफ दिल्ली के जामा मस्जिद के बाहर पहुंचे भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर का यहां संबोधन भी हुआ।
NRC Delhi Protest Live Updates:
- जामा मस्जिद के बाद नमाज के बाद जय भीम के नारे लगे। इस बीच चांदनी चौक से आम आदमी पार्टी की पूर्व विधायक और वर्तमान कांग्रेस नेता अल्का लांबा भी मौके पर पहुंची हुई हैं।
- लोगों से भीम आर्मी से जुड़ने का आह्वान किया जा रहा है और जामिया के समर्थन में नारे लगा जा रहे हैं।
- मीडिया का भी विरोध किया जा रहा है, बदसलूकी भी की जा रही है
- जामा मस्जिद के बाहर चल रहे प्रदर्शन के दौरान चंद्रशेखर ने नमाज के बाद संविधान की उद्देशिका पढ़ी। इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि मैं यही से गिरफ्तार हुए था, इसलिए यहीं आया हूं। इससे पहले वे रविदास मंदिर होकर भी गए थे।
- अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि शांतिपूर्ण धरना हमारी ताकत है। उन्होंने कहा कि सभी धर्मों के लोगों को हमें समर्थन करना चाहिए, ताकि एक धर्म विशेष के लोग अपने को अकेला नहीं समझें।
- दिल्ली के शाहीन बाग के साथ जामा मस्जिद पर प्रदर्शन चल रहा है। इस बीच समाचार एजेंसी के हवाले से खबर आ रही है कि तिहाड़ जेल से गुरुवार को हुई रिहाई के बाद भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर फिर जामा मस्जिद पहुंचे हैं। हालात को देखते हुए पुलिस बल को तैनात कर दिया गया है।
- वहीं, उन्होंने दिल्ली हाई कोर्ट के आदेश को लेकर कहा कि वे सभी नियमों का पालन करेंगे।
बता दें कि दिल्ली हाई कोर्ट ने 15 जनवरी को भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर को जमानत देने के साथ यह भी कहा था कि वे एक महीने तक प्रदर्शन नहीं करने के साथ दिल्ली से बाहर रहेंगे।
बारिश के दौरान भी जामिया गेट पर डटे रहे प्रदर्शनकारी
जामिया मिल्लिया इस्लामिया गेट पर चल रहे नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के विरोध प्रदर्शन के 35वें दिन भी प्रदर्शनकारी डटे रहे। प्रदर्शनकारियों ने लगातार नारेबाजी और पोस्टर बैनर के साथ प्रदर्शन किया। इस दौरान तालीम तरबियत वेलफेयर सोसाइटी के मैनेजर फैजल खान ने लोगों को संबोधित किया और उनका उत्साहवर्धन किया।
नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के विरोध में पूरी दिल्ली में अलग-अलग जगह प्रदर्शन चल रहे हैं। इस दौरान प्रदर्शनों का केंद्र बने जामिया विवि पर लगातार 35वें दिन प्रदर्शन जारी रहा। अलग-अलग संगठनों के लोगों ने प्रदर्शन को अपना समर्थन दिया है। इस दौरान जामिया कोऑर्डिनेशन कमेटी ने 20 जनवरी को मंडी हाउस से जंतर-मंतर तक मार्च निकालने का आह्वान किया है।
सीएए के विरोध में डीयू में प्रदर्शन, मेधा भी पहुंचीं
नागरिकता संशोधन कानून (सीएए), नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजन (एनआरसी) और नेशनल पॉपुलेशन रजिस्टर (एनपीआर) के खिलाफ दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) में लगातार विरोध प्रदर्शन हो रहा है। छात्रों की तरफ से नॉर्थ कैंपस के ऑट्र्स फैकल्टी व विभिन्न कॉलेजों में प्रदर्शन किया जा रहा है। इसमें वामपंथी छात्र संगठनों से जुड़े छात्रों भी शामिल हैं।
गुरुवार को इस प्रदर्शन में समाजसेवी मेधा पाटकर, महात्मा गांधी के परपोते तुषार गांधी, आइसा की छात्र नेता सुचेता डे समेत अन्य लोग शामिल हुए। इस दौरान सीएए के खिलाफ एक नुक्कड़ नाटक भी प्रस्तुत किया गया। मेधा पाटकर ने कहा कि विश्व गुरु बनने से पहले भारत को देश गुरु बनना होगा। उन्होंने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि जो भी सरकार के खिलाफ बोलता है उसे देशद्रोही करार दे दिया जाता है। पाकिस्तान जाने की बात की जाती है। अगर ऐसा ही है तो हमें दे दो पाकिस्तान का वीजा, हम वहां चले जाएंगे।
वहीं, तुषार गांधी ने आरोप लगाया है कि गांधी स्मृति से गांधी की तस्वीरें हटा दी गईं हैं। प्रदर्शन में शामिल छात्रों ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि पहले जनता सरकार को चुनती थी, लेकिन अब सरकार चुनेगी कौन यहां रहेगा। यह ठीक नहीं है। कार्यक्रम के दौरान यंग इंडिया के बैनर तले 20 जनवरी को देशभर से लोगों के हस्ताक्षर सहित मंडी हाउस से लेकर संसद मार्ग तक विरोध मार्च निकालने का भी एलान किया है।