वर्ष 1992 के मुंबई सिलसिलेवार धमाकों में सजायाफ्ता मुहम्मद जालिस शफीउल्लाह अंसारी (68) पैरोल के आखिरी दिन गुरुवार को लापता हो गया। टाडा मामले में मिली उम्रकैद के तहत वह सेंट्रल जेल अजमेर (राजस्थान) में बंद था। अग्रिपाड़ा थाने में उसकी गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई गई है।
अग्रिपाड़ा निवासी जालिस 28 दिसंबर 2019 को 21 दिनों की पैरोल पर घर आया था। सुप्रीम कोर्ट ने पैरोल देते हुए उसे रोजाना अग्रिपाड़ा थाने में सुबह 10:30 से 12 बजे तक हाजिरी लगाने के निर्देश दिए थे। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुरूप वह रोजाना हाजिरी लगा रहा था। पैरोल खत्म होने के बाद उसे शुक्रवार को आर्थर रोड जेल में उपस्थित होना था। गुरुवार की सुबह वह नमाज की बात कहकर घर से निकला और दिन के 11 बजे तक नहीं लौटा। बेटे जाहिद ने अग्रिपाड़ा थाने में जालिस की गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई है। जाहिद ने पुलिस को बताया कि जालिस अर्थर रोड जेल में नहीं जाना चाहता था। हो सकता है वह सीधे अजमेर चला गया हो।
अग्रिपाड़ा थाने के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक ने कहा कि जालिस की गुमशुदगी दर्ज कर ली गई है। सीसीटीवी फुटेज की मदद से उसकी तलाश की जा रही है।