नागरिकता संसोधन कानून (Citizenship Amendment Act) और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (National Register of Citizens) के विरोध में जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के बाहर बुधवार दोपहर से प्रदर्शन जारी है। वहीं, यहां पर आए प्रदर्शनकारियों के लिए दिल्ली के शाहीन बाग में ‘लंगर’ की तैयारी की जा रही है। यहां पर काफी बड़ी संख्या में लोगोें के लिए लंगर लगाया जा रहा है।
CAA Delhi Protest Live Updates:
- दिल्ली के शाहीन बाग में 15 दिसंबर से जारी धरना 31वें दिन में प्रवेश कर चुका है। बुधवार को बड़ी संख्या में लोग धरना प्रदर्शन में शामिल होने के लिए पहुंचे हैं।
- समाचार एजेंसी एएनआइ के मुताबिक, शाहीन बाग इलाके में सड़क पर चल रहे प्रदर्शन में शामिल होने के लिए पंजाब से लोग पहुंचे, साथ ही भारतीय किसान यूनियन ने भी शाहीन बाग में पहुंचकर प्रदर्शनकारियों का हौसला बढ़ाया।
हाई कोर्ट के फैसले के बाद शाहीन बाग में और बढ़ी भीड़
सीएए व एनआरसी के विरोध में शाहीन बाग में रोड बंद कर चल रहे धरने पर हाई कोर्ट का फैसला आने के बाद यहां दिन भर अफवाहों का बाजार गर्म रहा। प्रदर्शनकारियों में एक तरफ पुलिसिया कार्रवाई का डर था। ये लोग यहां अपनी संख्या बढ़ाने में जुटे रहे। यहां बताया गया कि आधा घंटा के अंदर पुलिस यह मार्ग खाली करवाने के लिए आने वाली है। सोशल मीडिया से यह सूचना मिलते ही यहां प्रदर्शनकारियों की संख्या अचानक से बढ़ने लगी। इसमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे। वहीं, एक प्रदर्शनकारी ने बताया कि इससे पहले करीब 40-50 पुलिसकर्मी धरनास्थल से बैरिके¨डग हटाकर रोड खोलने पहुंचे थे। लेकिन लोगों की भीड़ देखकर उन्हें वापस जाना पड़ा।
रास्ता खुलने की अफवाह पर पहुंचे लोग
कोर्ट का फैसला आने के बाद से आशंका थी कि अफवाहें फैलेंगी, इसलिए सोमवार को दिनभर यहां सुरक्षा-व्यवस्था बढ़ी दी गई थी। सीआरपीएफ के जवान धरनास्थल से 50 मीटर की दूरी पर मुस्तैद थे। वहीं, एक बार तो आसपास के इलाकों में यह अफवाह भी फैल गई कि रोड खुल गया है। इससे नोएडा जाने वाले कई यात्री अपने वाहन लेकर उस रोड से निकलने के लिए पहुंच गए। जब उन्हें रोड बंद मिला तो वह मायूस होकर वहां से लौटने लगे
इस दौरान लोग आपस में ये चर्चा कर रहे थे कि अब थोड़ी देर बाद रोड खुल जाएगा, क्योंकि कोर्ट का आदेश आ चुका है। इस दौरान धरने में शामिल कई स्थानीय लोग बैरिकेडिंग के पास से लोगों को हटाते हुए नजर आए।