अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद पांच अगस्त को हिरासत में लिए गए कुछ और कश्मीरी नेताओं को सोमवार को रिहा किया जा सकता है। सूत्रों के अनुसार नेकां के पूर्व विधायक अब्दुल मजीद लारमी व बशीर बीरी तथा पीडीपी के युसूफ भट समेत पांच नेताओं को एमएलए हॉस्टल से छोड़ा जा सकता है।
एमएलए हॉस्टल में 34 नेता बंद थे। इनमें से नौ को रिहा कर दिया गया है। इससे पहले तीन जनवरी को पीडीपी के दो नेताओं अशरफ मीर और रफीक मीर के घरों के बाहर से पुलिस का पहरा हटा लिया गया गया था। सूत्रों के अनुसार हिरासत में लिए गए कुछ और कश्मीरी नेताओं को जल्द रिहा किया जा सकता है। अब 27 नेता बंद हैं।
इससे पहले 30 दिसंबर को नेकां के इशफाक जब्बर व गुलाम नबी भट तथा पीडीपी के बशीर मीर, जहूर मीर और यासिर रेशी को रिहा किया गया था। 25 नवंबर को दो नेताओं पीडीपी के दिलावर मीर और डेमोक्रेटिक पार्टी नेशनलिस्ट के गुलाम हसन मीर को रिहा किया था। नेकां नेता अली मोहम्मद सागर तथा उनके बेटे सलमान सागर को रिश्तेदार के जनाजे में शामिल होने की भी अनुमति दी गई थी।