दिल्ली के आईजीआई एयरपोर्ट पर कस्टम विभाग ने सोने की तस्करी में मां-बेटे को पकड़ा। दोनों ने जब जांच में सहयोग नहीं किया तो कस्टम ने अलग-अलग कमरे में ले जाकर पूछताछ की। एक कमरे में कस्टम अधिकारियों ने सोफे पर लगातार घूंसे मारे जैसे कि वे आरोपी लड़के को पीट रहे हों। इस दौरान डरकर लड़का चिल्लाने लगा। दूसरे कमरे में बैठी उसकी मां को लगा कि उसके बेटे की पिटाई हो रही है तो उसने गुनाह कबूल कर लिया। दोनों के निजी अंगों से दो कैप्सूल बरामद हुए। जिनमें कुल 646 ग्राम सोना था।
जांच में नहीं किया सहयोग : घटना 30 दिसंबर 2019 की है। सूचना के आधार पर बैंकॉक से एक फ्लाइट में आए 45 वर्षीय महिला और उसके 22 वर्षीय बेटे को टर्मिनल-3 पर तैनात कस्टम अधिकारियों ने हिरासत में लिया। मां-बेटे पर निजी अंग में कैप्सूल में सोना छुपाकर तस्करी करने का शक था। दोनों ने जांच में सहयोग नहीं किया और मेडिकल करवाने से भी इंकार करते रहे।
कस्टम को सूझी तरकीब : पूछताछ करते कई घंटे बीतने पर भी जब मां-बेटे ने अपना मुंह नहीं खोला तो कस्टम अधिकारियों को एक तरकीब सूझी। उन्होंने दोनों को अलग-अलग कमरे में ले जाकर पूछताछ की। जब महिला से उसके बेटे से दूर किया गया तो वह बैचेन होकर बार-बार उसके बारे में पूछने लगी। दूसरे कमरे में पूछताछ कर रहे अधिकारियों ने सोफे पर घूंसे मारकर यूं आवाज की मानो वे उसके बेटे की पिटाई कर रहे हों। इसके बाद मां ने अपना गुनाह कबूल कर लिया।
22 लाख का सोना मिला : मां-बेटे के निजी अंगों से दो कैप्सूल बरामद हुए। जिनमें कुल 646 ग्राम सोना रखा था। भारतीय बाजार में इसकी कीमत 21.92 लाख रुपये आंकी गई है। छानबीन में सामने आया कि दोनों इससे पहले भी 42.25 लाख के सोने की तस्करी कर चुके हैं। कस्टम अधिकारी मामले में आगे की छानबीन में जुटे हैं।