पटना. राजद ने जदयू द्वारा लगाए गए पोस्टर के जवाब में अपना पोस्टर जारी किया है। राजद कार्यालय के बाहर लगे पोस्टर में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी को सिर पर झूठ की टोकरी रखे दिखाया गया है।
पोस्टर में दिखाया गया है कि दोनों नेताओं में से एक ने जूता और दूसरे ने चप्पल पहन रखा है। दोनों हत्या, रेप, महंगाई, बाढ़, सूखा, शराब माफिया और घोटाले जैसी कंटिली झाड़ियों के बीच से सिर पर टोकरी लिए गुजर रहे हैं। नीतीश कुमार के कंधे पर सीएम की कुर्सी टंगी दिखाई गई है। पोस्टर में दोनों जिस टोकरी को सिर पर रखे हुए हैं उसे झूठ की टोकरी का नाम दिया गया है। टोकरी में रोजगार, सुरक्षा और नल का जल जैसे नारे रखे हैं।
राजद ने दूसरे पोस्टर में अपनी पार्टी के शासन के 15 साल और जदयू के सत्ता में रहने के 15 साल की तुलना की है। राजद ने यह दिखाने की कोशिश की है कि लालू ने गरीबों की शिक्षा के लिए काम किया। वहीं, नीतीश कुमार के मुख्यमंत्री रहते अपराध की घटनाएं अधिक हुईं।
जदयू ने मांगा था 15 साल के काम का हिसाब
इससे पहले जदयू ने गुरुवार को अपना पोस्टर जारी किया था। जदयू के पोस्टर का थीम था 15 साल के काम का हिसाब दो, हिसाब लो। पोस्टर के आधे हिस्से में राजद के समय के बिहार को दिखाया गया। दिखाया गया कि तब सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे थे और उनमें पानी भरा रहता था। हथियारों से लैस लोगों का समूह बेगुनाहों की हत्या कर रहा था। खून-खराबा हो रहा था। बिजली नहीं थी। लोग लालटेन की रोशनी में रहने को मजबूर थे।
पोस्टर में दूसरा हिस्सा जदयू का था। इसमें दिखाया गया कि पक्की सड़क व फ्लाइओवर बने हैं, जिसपर गाड़ियां तेजी से आगे बढ़ रही हैं। बच्चियां साइकल से स्कूल जा रही हैं और बिजली की कोई कमी नहीं है। बिजली के बल्ब की रोशनी के आगे लालटेन की जरूरत नहीं रह गई है।