रांची. लातेहार और पलामू जिले में टीपीसी उग्रवादियों ने बीती देर रात जमकर उत्पात मचाया। उग्रवादियों ने लातेहार के महुआ मिलान रेलवे स्टेशन पर कंट्रक्शन में लगे एक हाइवा, पोकलने और कुछ मशीनों को आग के हवाले कर दिया। वहीं, पलामू के छतरपुर थाना क्षेत्र के मुनकेरी गांव के पास भी पत्थर लदे हाइवा में भी आग लगा दिया और उसके ड्राइवर की जमकर पिटाई भी की।
पर्चा छोड़ दी धमकी
लातेहार के चंदवा थाना क्षेत्र स्थित महुआ मिलान रेलवे स्टेशन पर थर्ड लाइन रेलवे ट्रैक बिछाने का काम चल रहा है। कंट्रक्शन कंपनी की हाइवा, पोकलेन व कुछ मशीनों से काम किया जा रहा है। सोमवार की देर रात टीपीसी उग्रवादी दर्जनों की संख्या में मौके पर पहुंचे और हाइवा व मशीनों को आग के हवाले कर दिया। उग्रवादियों ने दर्जनों राउंड फायरिंग भी की। वहीं, मौके पर हस्त लिखित पर्चा भी छोड़ गए। पर्चा में लिखा हुआ है कि ‘संगठन से आदेश लिए बिना कार्य कर रहे हैं। इसलिए यह कार्रवाई की गई है। आगे संगठन से बात नहीं करेंगे तो इससे बड़ी घटना को अंजाम दिया जाएगा।’ पुलिस इस घटना को लेवी (रंगदारी) से जुड़ा मान रही है।
हाइवा की लाइट बंद नहीं करने पर ड्राइवर की पिटाई
इधर, पलामू के छतरपुर थाना क्षेत्र स्थित मुनकेरी गांव के पास माइंस से पत्थर लोड कर एक हाइवा जा रहा था। रास्ते में 10 की संख्या में टीपीसी उग्रवादी पहुंचे और ड्राइवर को हाइवा की लाइट बंद करने को कहा। ड्राइवर ने ऐसा नहीं किया तो गोली मारकर हाइवा के दोनों अगले पहिए को पंक्चर कर दिया। इसके बाद ड्राइवर की पिटाई की और हाइवा को आग के हवाले कर दिया। घटना की सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची पर तब तक सारे उग्रवादी मौके से फरार हो चुके थे। हाइवा विक्रमगंज (बिहार) निवासी सुनील कुमार सिंह का था।
खूंटी में सोमवार को हुआ था मुठभेड़
बीते कुछ दिनों से उग्रवादी और नक्सली घटनाएं बढ़ गई हैं। शनिवार की रात खूंटी जिले के अड़की थाना क्षेत्र में नक्सलियों ने निर्माणाधीन अस्पताल को विस्फोट कर उड़ा दिया था। वहीं, सोमवार को भी इसी थाना क्षेत्र में पुलिस के साथ नक्सलियों की मुठभेड़ भी हुई थी।