रायपुर. शुक्रवार को इंडियन इकोनॉमिक एसोसिएशन के 102वें अधिवेशन की शुरुआत हुई। अर्थशास्त्रियों के तीन दिवसीय अधिवेशन के उद्घाटन के साथ ही मंच पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडु के विचारों में मतभेद सामने आ गए। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जहां जीएसटी (वस्तु एवं सेवाकर) को केंद्र सरकार की खराब नीति बताया। वहीं, उपराष्ट्रपति नायडु ने कहा कि जीएसटी इतनी ज्यादा सफल है कि दुनिया के बाकी देश इस पर स्टडी करना चाहते हैं।
केंद्र और राज्यों के सही सामंजस्य से भारत तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होगा
- दीनदयाल ऑडिटोरियम में शुरू हुए अधिवेशन में मुख्य अतिथि उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडु थे। जबकि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे थे। उद्घाटन के बाद उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडु ने कहा कि आपके मुख्यमंत्री ने अभी कहा कि जीएसटी एक खराब नीति है, लेकिन मैं आपको बताना चाहता हूं कि यह इतनी सफल है कि दुनिया के बाकी देश इस पर स्टडी करना चाहते हैं। आज की राजनीति में धन बचाने के बारे में सोचना होगा, बनाने के बारे में नहीं।
- उपराष्ट्रपति ने कहा कि आजादी के 70 साल बाद भी लोग गरीबी रेखा के नीचे रह रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं है कि देश आगे बढ़ नहीं रहा है। अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार ने देश की तरक्की में योगदान दिया और आज की सरकार भी अच्छा काम कर रही है। उन्होंने कहा कि राज्यों और केंद्र के बीच सही सामंजस्य हो तो भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होगी और यह बात कई एक्सपर्ट मानते हैं। उन्होंने अर्थशास्त्रियों से कहा कि वह वेल्थ डेवलपमेंट पर फोस करें। उस पर ध्यान लगाए, तभी डिस्ट्रीब्यूशन होगा।
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जीएसटी के कारण हमारी उत्पादकता पर पड़ा असर: सीएम बघेल
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जीएसटी को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा। बिना किसी का नाम लिए मुख्यमंत्री ने कहा कि जीएसटी को एक खराब नीति बताया। उन्होंने कहा कि जीएसटी के कारण हमारा राज्य पिछ़ड़ गया। इसके चलते हमारी उत्पादकता पर असर पड़ा है। उन्होंने कहा कि मैं अर्थशास्त्र के बारे में ज्यादा नहीं जानता, लेकिन अर्थशास्त्रियों से इतना ही कहूंगा कि देश के विकास और बेहतर अर्थव्यवस्था के लिए उचित उपाय सुझाएं। जिससे बिगड़ रही अर्थव्यवस्था को बेहतर किया जा सके।