नई दिल्ली. उत्तर-पश्चिम जिले के किराड़ी क्षेत्र में एक कपड़ा गोदाम में रविवार देर रात आग लगने से तीन बच्चों समेत नौ लोगों की मौत हो गई। जबकि तीन अन्य गंभीर रूप से झुलस गए। दिल्ली के अग्निशमन विभाग ने कहा कि फायर ब्रिगेड को रात करीब 12:30 बजे आग की सूचना मिली थी। इसके बाद दमकल की 8 गाड़ियां मौके पर पहुंचकर आग बुझाने में जुट गईं। 3.50 बजे तक आग पर काबू पा लिया गया। आग लगने के कारणों की जांच की जा रही है। हालांकि, एक अधिकारी ने बताया कि इमारत की दूसरी मंजिल पर सिलेंडर विस्फोट हुआ था, जिससे इमारत का आंशिक हिस्सा गिर गया।
अग्निशमन सूत्रों ने सोमवार को बताया कि जब आग लगी उस समय लोग गोदाम में सो रहे थे। गोदाम इलाके की एक तंग गली में था, जिसकी वजह से आग बुझाने में अग्निशमन विभाग को काफी दिक्कतें आईं। इमारत की पहली मंजिल पर कपड़ा गोदाम है। जबकि दूसरी और तीसरी मंजिल पर लोग रहते हैं।
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा- मृतकों के परिजन को 10-10 लाख रु. और घायलों को 1-1 लाख रु. का मुआवजा दिया जाएगा। घायलों का इलाज सरकारी खर्च पर किया जाएगा। 7 दिनों के भीतर घटना की जांच की जाएगी।
इमारत के मालिक की पत्नी और दो बेटियों को बचाया गया
हादसे में रामचंद्र झा (65), सुदरिया देवी (58), उदय चौधरी (33) और उनकी पत्नी मुस्कान (26) के साथ ही उनके बच्चे अंजलि (10), आदर्श (7) और तुलसी (6 महीना) की मौत हो गई। पूजा (24) और उनकी बेटियां आराध्या (3) और सौम्या (10) को बचा लिया गया। यह इमारत पूजा के पति अमरनाथ झा के नाम है। वे अभी हरिद्वार में हैं।
8 दिसंबर को आग में 43 लोग मारे गए थे
आठ दिसंबर को दिल्ली में अनाज मंडी के रिहायशी इलाके में चल रही फैक्ट्री में आग लग गई थी। इसमें इमारत के अंदर सो रहे 59 में से 43 लोगों की मौत हो गई थी। मृतकों में से 25 बिहार के थे। जांच में सामने आया था कि फैक्ट्री मालिक के पास फायर डिपार्टमेंट की एनओसी नहीं थी।