नई दिल्ली . एक तरफ रामलीला मैदान से देश के पीएम मोदी नागरिकता कानून को लेकर सफाई दे रहे थे, वहीं दूसरी ओर दिल्ली के अलग अलग इलाके में इस कानून को लेकर विरोध प्रदर्शन का दौर जारी रहा। रविवार को दिल्ली में कहीं भी प्रदर्शनकारी हिंसक नहीं हुए। रविवार दोपहर करीब दो बजे से शाम पांच बजे के बीच कनाट प्लेस के सेंट्रल पार्क में एक विरोध प्रदर्शन हुआ। यहां कम्युनिस्ट नेता वृंदा करात भी पहुंची। वहीं जामिया में रविवार दोपहर नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन शुरू करते समय 100 मीटर के तिरंगे के साथ यात्रा निकाली। यह यात्रा जामिया मेट्रो स्टेशन से जामिया विश्वविद्यालय परिसर तक निकाली गई।
यहीं पर मां-बेटियों ने मिल कर नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन किया । तिरंगा यात्रा में जामिया के छात्रों समेत सैकड़ों अन्य लोगों ने हिस्सा लिया। जामिया कैंपस में ही रविवार को सभी धर्मो के युवाओं ने मिलकर एक ‘सर्वधर्म सद्भाव’ मार्च भी निकाला। इस मार्च में सभी धर्मो के प्रतीक चिन्हों को शामिल किया गया। रविवार को जामिया कैंपस के बाहर हुए विशाल का प्रदर्शन का बड़ा कारण कामकाजी लोगों की छुट्टी रहा। लक्ष्मी नगर में रहने वाले नसीर ने बताया कि वह पिछले कई दिनों से जामिया आना चाहते थे, लेकिन बैंक की नौकरी के कारण वे यहां नहीं आ सके। रविवार की छुट्टी होने के चलत नसीर अपने पूरे परिवार के साथ जामिया पहुंचे थे।
- जामिया मिलिया यूनिवर्सिटी गेट पर रविवार को बड़ी संख्या में महिलाओं ने अपनी छोटी बच्चियों के साथ धरना दिया।
- बच्चियां यहां माओं के साथ कानून का विरोध करने यहां पहुंची थीं। इनमें जामिया की पूर्व छात्राएं भी थीं।
- महिलाओं के समूह ने पीएम मोदी, दिल्ली पुलिस, सीएए व एनआरसी के खिलाफ नारेबाजी की।
- मां बेटियों की जोडिय़ों ने खुली सडक़ पर करीब 3 घंटे तक धरना जारी रखा।
इधर यूपी में पुलिस ने सख्ती बढ़ाई, अब तक 705 लाेग गिरफ्तार, लखनऊ पहुंचे टीएमसी के 4 सांसदों को पुलिस ने हिरासत में लिया
यूपी के 15 जिलों में इंटरनेट सोमवार तक बंद है। रविवार को संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा बलों ने फ्लैगमार्च किया। राज्य में 10 दिसंबर के बाद से 12 दिन में 10,900 के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। 705 प्रदर्शनकारी गिरफ्तार किए गए हैं। वहीं, हिंसा प्रभावित इलाकों में जाने के लिए रविवार को टीएमसी के 4 सांसद लखनऊ पहुंचे, जिन्हें अमौसी एयरपोर्ट पर पुलिस ने हिरासत में ले लिया। इनमें पूर्व रेल मंत्री दिनेश त्रिवेदी, प्रतिमा मंडल, नदीमुल हक और अधीर विश्वास शामिल थे। डीजीपी ओपी सिंह ने कहा था कि टीएमसी नेताओं को लखनऊ आने की इजाजत नहीं दी जाएगी।
अखिलेश यादव बोले- सीएम योगी की भाषा हिंसा की बड़ी वजह
सपा अध्यक्ष अखिलेश ने कहा कि जिस प्रदेश का सीएम ठोक देंगे और बदला ले लो वाली भाषा बोलता हो, वहां की पुलिस कैसे निष्पक्ष हो सकती है। सीएम की भाषा भी राज्य में हिंसा की बड़ी वजह है। वहीं, प्रिंयका गांधी रविवार को बिजनौर में मृतक के परिवार से मिलीं।
गाजियाबाद:हर चौराहे पर उपद्रवियों के पोस्टर चस्पा कर रही पुलिस
तस्वीर गाजियाबाद की है। यूपी में हिंसा करने वाले उपद्रवियों की चौराहों पर फोटो लगाई जा रही है।
प्रियंका गांधी बिजनौर पहुंचीं, हिंसा पीड़ितों से मिलीं
बिजनौर। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा रविवार को यूपी के बिजनौर पहुंचीं, जहां उन्होंने नए नागरिकता कानून को लेकर हुई हिंसा में मारे गए अनस और सुलेमान के परिवार के लोगों से मुलाकात की और ढांढस बंधाया।