नागरिकता संशोधन कानून और राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) के विरोध में शनिवार को राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के बुलाए बंद का असर कई शहरों में देखने को मिला। बिहार बंद के दौरान तोड़फोड़ करने के आरोप में पार्टी ने अपने तीन कार्यकर्ताओं को निकाल दिया है।
भागलपुर में बंद के दौरान ऑटो में तोड़फोड़ करते दिखाई देने पर जिलाध्यक्ष को पद से हटा दिया गया है। भागलपुर में बंद के दौरान कई जगहों पर वाहनों के शीशे तोड़े गए। आरजेडी के जिला अध्यक्ष तिरुपति नाथ यादव ने कई वाहनों में तोड़फोड़ की।
पटना में बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी तेजस्वी यादव के नेतृत्व में विधानसभा के सामने पहुंचे। उनकी तादात को देखते हुए बड़ी संख्या में पुलिसबल को भी तैनात किया गया था। प्रदर्शन के दौरान कई जिलों में हिंसा और तोड़फोड़ की खबरें आईं। बिहार बंद में आरजेडी को कांग्रेस का समर्थन भी मिला था।
इससे पहले बंद की पूर्व संध्या पर शुक्रवार को आरजेडी की ओर से पटना समेत सभी जिलों, प्रखंडों एवं कस्बों में मशाल जुलूस निकाले गए। बंद को लेकर आरजेडी नेता व बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने प्रशासन को चेतावनी दी। बंद के दौरान आरजेडी कार्यकर्ताओं ने कई जगहों पर हिंसा की।
भैंसे के साथ नेशनल हाइवे पर प्रदर्शन
बिहार के हाजीपुर में आरजेडी कार्यकर्ताओं ने बंद के समर्थन में हाजीपुर मुज्जफ्फरपुर एनएच-22 को भगवानपुर में बंद करा दिया। आरजेडी कार्यकर्ता भैंसो के साथ नेशनल हाईवे पर आ गए। प्रदर्शनकारियों ने भैंसों के ऊपर पोस्टर टांग रखी थी, जिस पर लिखा था ‘काला कानून नहीं चलेगा। मैं भारतीय हूं। नेशनल हाईवे पर कई जगहों पर टायर भी जलाया गया।