गृह मंत्रालय की ओर से राज्यों को आतंकी स्लीपर सेल सक्रिय हो सकने की चेतावनी जारी की गई है। चेतावनी के बाद गौतमबुद्ध नगर पुलिस ने सभी 21 थानों में 42 टीमें गठित कर दी हैं। एक टीम में 8 से 10 सिपाही हैं। इसके साथ ही स्थानीय खुफिया इकाई (एलआईयू) भी इसकी जांच में जुट गई है।
एसएसपी वैभव कृष्ण और एसपी देहात रणविजय सिंह माहौल पर निगाह रखे हुए हैं। हाल में नॉलेज पार्क स्थित कॉलेज में सिमी आतंकी इलियास की मौजूदगी से आतंकी गतिविधि सक्रिय होने को बल मिला है। पुलिस ने शैक्षणिक स्थान, धार्मिक स्थलों, पीजी, हॉस्टल आदि को स्लीपर सेल के लिहाज से संवेदनशील माना है।
अफसरों ने बताया कि स्लीपर आम लोगों के बीच में ही रहने लगते हैं। लेकिन चेहरा कुछ नया होता है। अगर ऐसे किसी स्थान पर कोई संदिग्ध या नया चेहरा पुलिस को दिखे तो तत्काल संबंधित थाने को सूचना दें। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के मुताबिक सूरजपुर, कुलेसरा, हलदोनी, जलपुरा, भंगेल को चिह्नित कर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया है। पुलिस को आशंका है कि स्लीपर सेल्स रहने के लिए ऐसी ही जगह चुनती हैं।
50 लोग चिह्नित, खराब कर सकते हैं माहौल
पुलिस ने 50 ऐसे ही लोगों को चिह्नित किए हैं जो कि सांप्रदायिक माहौल खराब होने पर सक्रिय हो जाते हैं। खुफिया तरीके से उनकी जांच कराई जा रही है। पुलिस अफसरों ने स्पष्ट कहा कि गतिविधियों में संलिप्तता मिलने पर सीधे जेल भेजा जाएगा। सोशल मीडिया अकाउंट पर भी पुलिस नजर बनाए हुए हैं।
एसपी देहात रणविजय सिंह ने बताया कि सरकार के निर्देशों का पालन किया जा रहा है। नागरिकता संशोधन एक्ट बेहद संवेदनशील मुद्दा है। दिल्ली के पास होने की वजह से यहां भी स्लीपर सेल सक्रिय हो सकता है। इसके लिए 21 थानों में 42 टीमें गठित कर दी गई है। एलआईयू को भी निर्देश जारी किए हैं।