चंडीगढ़. भले ही पंजाब सरकार के पास अपने मुलाजिमों को समय पर तनख्वाह देने के पैसे नहीं हैं। लेकिन, अपने कुछ एमएलए और एमपी के लिए सरकार ने 20 लग्जरी गाड़ियां खरीदने की तैयारी कर रही है। सरकार ने इसका प्रस्ताव फाइनेंस डिपार्टमेंट को भेज दिया है। विभाग से इसकी मंजूरी मिलते ही कुछ चहेते सांसदों और एमएलए की पुरानी गाड़ियां बदल दी जाएंगी।
सूत्रों के मुताबिक विधायक लंबे समय से वित्त मंत्री मनप्रीत बादल से नई गाड़ियों की मांग कर रहे हैं क्योंकि मौजूदा गाड़ियां 10 साल से भी ज्यादा पुरानी हो चुकी हैं। वहीं कुछ विधायकों की गाड़ियां चार लाख किलोमीटर तक चल चुकी हैं।
हालांकि फिलहाल इसका फैसला नहीं लिया गया है कि कौन सी गाड़ियां खरीदी जाएंगी। लेकिन अमूमन इन्हें 15 से 23 लाख रुपए के बीच की गाड़ियां ही विधायकों को दी जाती हैं। बता दें कि पंजाब सरकार को अपने कर्मचारियों का वेतन देने का संकट पैदा हो गया था।
माना जा रहा है कि केंद्र से जीएसटी के 2228 करोड़ मिलने के बाद अगले महीने समय पर तनख्वाह मिल जाएगी। जानकारी के मुताबिक इन 20 में से 8 गाड़ियां सांसदों को और बाकी की दबदबा रखने वाले विधायकों को दी जाएंगी।
यहां जिक्र योग है कि दिल्ली सरकार ने तो 10 साल से पुरानी डीजल गाड़ियों पर रोक लगा दी है। वहीं पंजाब सरकार के सभी एमएलए की गाड़ियां 10 साल का समय पूरा कर चुकी हैं। इस वजह से पंजाब के एमएलए सरकारी गाड़ी से दिल्ली नहीं जा सकते। पिछले दिनों कुछ एमएलए दिल्ली बॉर्डर तक सरकारी गाड़ी पर और उसके बाद टैक्सी से दिल्ली गए। ऐसा इसलिए कि अगर दस साल से पुरानी गाड़ियों का दिल्ली पुलिस चालान कर देती, तो पंजाब सरकार की फजीहत होती।