मध्य प्रदेश के विदिशा की बबीता अहिरवार ने शनिवार को दो सिर, तीन हाथ और चार पंजे वाले बच्चे को जन्म दिया है। महिला की उम्र 23 साल है और डिलिवरी विदिशा जिला अस्पताल में हुई है। जिला अस्पताल के सिविल सर्जन संजय खरे के मुताबिक, बच्चे का वजन 3.3 किलो है। महिला के पति जसवंत अहिरवार का कहना है, जन्म के तुरंत बाद नवजात शिशु को अस्पताल के आईसीयू में रखा गया था, लेकिन तबियत बिगड़ने पर उसे भोपाल के हमीदिया अस्पताल रेफर किया गया है।
भोपाल और दिल्ली के एक्सपर्ट से ली जा रही मदद
- जसवंत और बबीता की शादी 18 माह पहले हुई थी। प्रेग्नेंसी के दौरान हुई जांच की रिपोर्ट में जुड़वा बच्चों की बात सामने आई थी। दोनों ही जुड़वा बच्चों की उम्मीद कर रहे थे। जसवंत के मुताबिक, बच्चे को देखकर लगा कि जुड़वा हुए हैं लेकिन नर्स ने जब चेहरा दिखाया को बच्चे को देखते ही बबीता बेहोश हो गई थी। मैं चौक गया और कुछ समझ नहीं पा रहा था। हम दोनों एक स्वस्थ बच्चा चाहते थे लेकिन ऐसा क्यों हुआ मालूम नहीं।
- जुड़वा बच्चों की ऐसी स्थिति को ट्राइब्रेकियस पेरापेगस कहते हैं। यह एक दुर्लभ मामला है जिसमें बच्चे के लंबे समय तक जिंदा रहने उम्मीद कम ही होती है। विदिशा सदर हॉस्पिटल के डॉ. सुरेंद्र सोनकर के मुताबिक, बच्चे के तीसरे हाथ में दो हथेलियां हैं। भोपाल और दिल्ली के एक्सपर्ट की मदद ली जा रही है। मेरे करियर का का यह पहला ऐसा दुर्लभ मामला है।
- बच्चे के जन्म के लिए ऑपरेशन करने वाली डॉक्टर का कहना है, यह एक क्रिटिकल ऑपरेशन था, क्योंकि हमने इस तरह जुड़े हुए बच्चे की उम्मीद नहीं की थी। ऑपरेशन के बाद परिवार हैरान था। जसवंत का कहना है बेटे को देखने के बाद लोग तरह-तरह की बातें कर रहे हैं इससे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता है। यह मेरा बेटा है, जब यह ठीक नहीं हो जाता, इलाज की कोशिश करता रहूंगा। मैं उसे घर ले जाउंगा, जब तक साथ देखभाल करूंगा।