गुरुग्राम: महात्मा ज्योतिबा फुले की जयंती के अवसर पर हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि राज्य के अनुसूचित जाति (SC) और अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) के छात्र जो देशभर के सरकारी मेडिकल और इंजीनियरिंग कॉलेजों में पढ़ाई कर रहे हैं, उन्हें अब पूरी तरह से निशुल्क शिक्षा यानी फुल स्कॉलरशिप दी जाएगी। इस योजना के लिए एक अलग ऑनलाइन पोर्टल भी जल्द शुरू किया जाएगा।
गुरुग्राम में अखिल भारतीय सैनी सेवा समाज द्वारा आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने OBC वर्ग के क्रीमी लेयर की आय सीमा ₹6 लाख से बढ़ाकर ₹8 लाख प्रति वर्ष कर दी है। साथ ही, पंचायती राज संस्थाओं और शहरी स्थानीय निकायों में पिछड़ा वर्ग-बी को भी आरक्षण की सुविधा दी गई है।
मुख्यमंत्री सैनी ने बताया कि जिन पिछड़े वर्ग के परिवारों की वार्षिक आय ₹3 लाख तक है, उनके बच्चों को शिक्षा ऋण की सुविधा दी जाएगी—देश में पढ़ाई के लिए ₹15 लाख तक और विदेश में पढ़ाई के लिए ₹20 लाख तक का ऋण मात्र 4% वार्षिक ब्याज दर पर मिलेगा।
बैसाखी की शुभकामनाएं देते हुए मुख्यमंत्री ने समाज सुधारक महात्मा ज्योतिबा फुले को श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके सामाजिक कार्यों को याद किया। उन्होंने कहा, “महात्मा फुले ने बाल विवाह उन्मूलन, विधवा पुनर्विवाह, महिलाओं की शिक्षा और छुआछूत के खिलाफ जीवन भर संघर्ष किया। उनका दलितों के सशक्तिकरण और बालिकाओं की शिक्षा को लेकर किया गया कार्य उस दौर में क्रांतिकारी था।”
मुख्यमंत्री सैनी ने जलियांवाला बाग हत्याकांड के शहीदों को भी श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि महात्मा फुले एक दूरदर्शी विचारक थे, जिन्होंने शिक्षा को सशक्तिकरण का मुख्य माध्यम माना। उन्होंने यह भी कहा कि फुले के सिद्धांत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास” के विज़न से मेल खाते हैं।
राज्य की किसान हितैषी नीतियों का जिक्र करते हुए उन्होंने बताया कि हरियाणा देश का पहला राज्य है, जो किसानों की 100 प्रतिशत उपज को न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर खरीदता है। साथ ही उन्होंने ‘हर-घर गृहिणी योजना’ का भी उल्लेख किया, जिसके तहत 17 लाख आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को हर महीने ₹500 में गैस सिलेंडर उपलब्ध कराए जा रहे हैं।