दिल्ली विश्वविद्यालय में भौतिक एवं खगोल विज्ञान विभाग में परास्नातक के छात्रों की सेमेस्टर परीक्षा 26 नवंबर से शुरू होने वाली है, लेकिन अब तक न तो प्रश्नपत्र तैयार है और न ही ड्यूटी चार्ट बना है। ऐसे में 26 नवंबर को होने वाली परीक्षा पर संशय बन गया है। यह संशय न केवल विभाग के शिक्षकों के समक्ष है, बल्कि छात्रों के समक्ष भी है। ज्ञात हो कि इस विभाग में फिजिक्स एमएससी में लगभग 600 छात्र हैं।
विभाग के सूत्रों का कहना है कि भौतिक विभाग के विभागाध्यक्ष का कार्यकाल समाप्त होने के बाद डीयू प्रशासन ने कोई नया विभागाध्यक्ष नियुक्त नहीं किया। परीक्षा के नजदीक आते ही प्रशासन जगा और पूर्व विभागाध्यक्ष को एक पत्र जारी कर कहा गया है कि जब तक अगले विभागाध्यक्ष की नियुक्ति नहीं हो जाती है तब तक पूर्व विभागाध्यक्ष ही कार्य करें।
बताया जा रहा है कि पूर्व विभागाध्यक्ष ने इस बारे में अपनी अस्वीकृति डीयू प्रशासन को भेज दी है। ऐसे में विभाग के शिक्षक और छात्र के समक्ष परीक्षा को लेकर दुविधा उत्पन्न हो गई है। इस बाबत दिल्ली विश्वविद्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि जब तक नए विभागाध्यक्ष की नियुक्ति नहीं हो जाती हम पूर्व विभागाध्यक्ष से एक बार फिर कार्यभार संभालने का आग्रह करेंगे।
पीएचडी के छात्र भी प्रभावित
विभाग में कोई विभागाध्यक्ष नहीं होने से उन छात्रों को काफी परेशानी होगी जिनको अपना शोध प्रबंध पूरा करके जमा करना होगा।
विभागाध्यक्ष का मामला भी अटका
डीयू के हिंदी विभाग में विभागाध्यक्ष विगत माह ही सेवानिवृत्त हो गये लेकिन अब तक वहां नये विभागाध्यक्ष की नियुक्ति का मामला अटका हुआ है। पूर्व विभागाध्यक्ष को ही दो बार विभाग का अतिरिक्त कार्यभार दिया गया है। यहां पर दलित शिक्षक के विभागाध्यक्ष होने के दावे के बाद मामला अधर में है।