हिसार सहित छह जिलों में मंगलवार से जंगल, पहाड़ी और खेतों के रास्ते वन्य जीवों की गणना शुरू होगी। 15 फरवरी तक चलने वाली गणना को लेकर सोमवार को डीएफओ कार्यालय में ब्लॉक इंचार्ज को ट्रेनिंग दी गई। इस दौरान विभिन्न जिलों से 70 से ज्यादा ब्लॉक इंचार्ज पहुंचे। उन्होंने वन्य जीवों की गणना करने के दौरान नोट करने के लिए पेन, पेड और रस्सी दी गई।वन्य जीवों की गणना हिसार के अलावा फतेहाबाद, सिरसा, चरखीदादरी, जींद और भिवानी के गांवों में वन्य जीवों की गणना शुरू होगी। इसको लेकर वन्य जीव विभाग की ओर से तैयारी पूरी की जा चुकी है। सभी ब्लॉक इंचार्ज को ट्रेनिंग देकर ड्यूटी लगाई गई है। डिविजनल वाइल्ड लाइफ ऑफिसर वेद प्रकाश का कहना है कि वन्य जीवों की गणना के दौरान गीदड़, हिरण, लकड़बग्गा, जंगली बिल्ली, लोमड़ी, सोहन चिड़िया मिलने की संभावना है। उन्होंने बताया कि गणना से पता चल सकेगा कि कौन सी प्रजाति लुप्त होती जा रही है और उनका किस तरह संरक्षण किया जा सकता है। गणना पूरी होने के बाद आगे की प्लानिंग तैयार की जाएगी।वन्य जीवों की गणना 15 फरवरी तक रोजाना सुबह 6 से सुबह 9 बजे तक होगी। 8 फरवरी से 12 फरवरी तक रोजाना कर्मचारी 2 किलोमीटर चलेंगे। वापसी में उसी रास्ते आएंगे। इस दौरान पौधों, पेड़, घास, मिंग्नी आदि को भी चेक किया जाएगा, जिन्होंने उन्हें खाया हुआ हो, ताकि पता चल सके यहां आसपास कोई जीव है। उन्हें डायरी में नोट किया जाएगा। उसके बाद तीन दिन यानि 15 फरवरी तक ब्लॉक इंचार्ज पांच किलोमीटर तक टेड़े-मेड़े रास्ते चलेंगे। इस दौरान जीवों के पैरों के निशान देखे जाएंगे। वन्य जीवों की गणना के दौरान ब्लॉक इंचार्ज के साथ गार्ड भी जाएंगे। अधिकारियों के अनुसार एक ब्लॉक में गणना के लिए दो से तीन कर्मचारी जाएंगे।