हरियाणा में लिंगानुपात में इस बार 945 अंक के साथ रोहतक पहले स्थान पर रहा है, जबकि 888 अंक के साथ सोनीपत प्रदेश में अंतिम स्थान पर रहा है। पानीपत का लिंगानुपात लगातार हिचकोले खा रहा है। 2021 में पानीपत का लिंगानुपात 27 अंक गिरकर 918 पर आ गया है।इससे पहले 2017 में पानीपत 945 अंक के साथ पहले स्थान पर था। यानी एक हजार लड़कों पर जिले में 945 लड़कियां थी। पानीपत के गिर रहे लिंगानुपात के कारणों का पीएनडीटी टीम मंथन कर रही है। इस बार 945 अंक के साथ रोहतक पहले स्थान पर रहा है. गौरतलब है कि बेटियों को कोख में मरवाने व लिंग जांच के लिए पानीपत बदनाम रहा है। इसी वजह से 22 फरवरी 2015 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहीं से ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ अभियान की शुरुआत की थी। तब यहां का लिंगानुपात एक हजार लड़कों पर 793 लड़कियों का था। प्रदेश में पानीपत का नंबर 18वां था, साढ़े छह साल बाद हालात तो बदले हैं। लिंगानुपात में भी बढ़ोतरी हुई है.
2021 में छापेमारी में भी रही कमी
2021 में स्वास्थ्य विभाग की पीएनडीटी टीम द्वारा छापेमारी भी कम की गई है। साल भर में 10 स्थानों पर छापेमारी कर लिंग जांच का भंडाफोड़ किया गया है। स्वास्थ्य विभाग की टीमें साल भर कोविड की ड्यूटी में व्यस्त रहीं, ये ही कारण है कि पीएनडीटी की टीमें लिंगानुपात के लिए काम नहीं कर पाई।