करनाल के घरौंडा में पति-पत्नी के बीच जारी विवाद के बीच महिला कड़ाके की सर्दी में अपने तीन वर्षीय बेटे के साथ अपने पति के घर के बाहर बैठ गई. महिला का आरोप है कि उसके ससुराल वाले उसे घर में एंट्री नहीं करने दे रहे. ससुराल पक्ष के लोगों ने महिला पर अपने ही बच्चे को मारने के प्रयास के आरोप लगाए हैं. महिला के पति ने तलाक के लिए कोर्ट में अर्जी लगाई हुई है. मौके पर पहुची पुलिस ने महिला को समझाने का प्रयास किया गया. बावजूद इसके महिला अपनी डिमांड पर अड़ी रही. गन्नौर निवासी सुरभी की शादी करीब पांच साल पहले घरौंडा नई अनाज मंडी के निवासी अभिनव के साथ हुई थी. सुरभि का आरोप है कि उसके पति शेयर मार्किट में पैसा लगाते थे और उनका करीब 60 लाख रुपए का घाटा हो गया. उसके गहने व अन्य प्रोपर्टी भी चुपके से बेच दी गई. इतना ही नहीं, अपने घाटे को पुरा करने के लिए वह पैसों की डिमांड करने लगा. इसको लेकर पंचायतें भी हुई लेकिन कोई समाधान नहीं हुआ.
परिवार के खिलाफ केस दर्ज करवाया
महिला ने बताया है कि उसने गन्नौर में अपने ससुराल पक्ष के खिलाफ दहेज प्रताडऩा का केस दर्ज करवाया हुआ है. इसके संदर्भ में गन्नौर थाना में ही एक पंचायत थी, लेकिन ससुराल पक्ष की तरफ से कोई नहीं पहुंचा. जब वह अपना सामान बांधकर अपने ससुराल आई तो उसका पति व ससुराल वाले घर का दरवाजा लॉक कर घर से फरार हो गए और उसे घर में प्रवेश नहीं करने दिया गया. सुरभि के ससुराल वालों ने अपनी बहू के आरोपों को गलत बताया है.
पति ने आरोप नकारे
पति अभिनव का कहना है कि वे साधन संपन्न परिवार से है और किसी भी तरह के दहेज के लिए उन्होंने सुरभि को परेशान नहीं किया. बाकायदा उसके ससुर की तबीयत खराब होने पर उसने ही करीब नौ लाख रुपए ईलाज पर खर्च किए थे. अभिनव का कहना है कि गन्नौर में पंचायत होनी थी, लेकिन उनका बिचौलिया बीमार है, इसलिए पंचायत के लिए रविवार का समय दिया गया था. इसके अलावा उन्होंने तलाक के लिए माननीय न्यायालय में केस किया हुआ है, जो कि विचाराधीन है. वहीं ये भी आरोप लगाए की शादी से पहले और बाद किसी और के साथ कई बार सम्बन्ध बनाए गए, जिसके बारे में इसने छुपाया है.
क्या कहती है पुलिस
एसएचओ दीपक कुमार ने बताया कि पति-पत्नी के बीच विवाद का मामला संज्ञान में आया है. महिला ने अपने ससुराल पक्ष के खिलाफ गन्नौर में ही शिकायत दी हुई है. महिला सुरभि अपने ससुराल में रहना चाहती है, लेकिन घर के ताले लगे हुए है. महिला को समझाया जा रहा है कि वह इस तरह से बच्चे को लेकर ना बैठे, लेकिन वह अपनी मांग पर अडिग है. पुलिस भी समझाने का प्रयास कर रही है.