फरीदाबाद में एक छात्रा के अपहरण व हत्या के मामले में रिमांड पर चल रहा सिक्योरिटी गार्ड एक सीरियल किलर निकला। क्राइम ब्रांच डीएलएफ के समक्ष उसने पूछताछ में सनसनीखेज खुलासा करते हुए तीन किशोरी समेत चार लड़कियों की हत्या करने की वारदात कबूली है। हत्या को अंजाम देने से पहले वह लड़कियों से छेड़छाड़ करता था.
दोस्त की बेटी की हत्या के आरोप में किया था गिरफ्तार : डीसीपी क्राइम नरेंद्र कादयान ने सोमवार को प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि 22 वर्षीय छात्रा की हत्या के मामले में क्राइम ब्रांच डीएलएफ ने आरोपी सिंहराज को गिरफ्तार किया था। जहां रिमांड के दौरान उसने पूछताछ में एक के बाद एक कई चौंकाने वाले खुलासे किए। सिंहराज से रिमांड के दौरान पूछताछ में पता चला कि वो एक सीरियल किलर है। इससे पहले भी वह तीन नाबालिग लड़कियों की हत्या कर चुका है। 31 दिसंबर को आरोपी ने अपने ही दोस्त की 22 वर्षीय बेटी को सेक्टर-17 नहर के पुल के पास ले गया, जहां उसके साथ गलत हरकत करने की कोशिश की। विरोध करने पर आरोपी ने पहले की तरह उसकी भी गला दबाकर हत्या कर दी तथा उसके शव को नहर में ढकेल दिया, लेकिन शव नहर किनारे झाड़ियों में फंसे रह जाने के कारण बह नहीं सका।
चाचा और चचेरे भाई की हत्या का भी था आरोप : पुलिस के मुताबिक, आरोपी सिंहराज पर साल 1986 में अपने चाचा व उनके बेटे की हत्या का आरोप था। इस वारदात के लिए उसे छायंसा थाना पुलिस ने गिरफ्तार भी किया था। मगर साक्ष्यों के अभाव में वह कोर्ट से छूट गया था। जिसके बाद से वो चौकीदारी का काम कर रहा था। आरोपी सिंहराज सेक्टर-16 सिटी अस्पताल में चौकीदारी करता था।
विश्वास बनाकर अपनों के साथ करता था विश्वासघात
अगवा लड़कियों में एक किशोरी 14 साल की थी, जो पढ़ाई न करने के चलते कभी कभार शहर की एक मार्केट में चाय की रेहड़ी लगाने वाले भाई के पास आती-जाती रहती थी। जहां इस सनकी सीरियल किलर की नजर उस पर पड़ गई। 5 दिसंबर 2019 की शाम करीब साढ़े 7 बजे भाई ने अपनी बहन को दुकान से सरसों का तेल लेकर घर खाना बनाने के लिए भेजा था। इसके बाद से वह अचानक गायब हो गई। आज तक उसका कुछ पता नहीं चल सका। आरोपी का हर दिन इस रेहड़ी पर आना-जाना था। किसी को उसकी हरकत पर शक न हो, इसे लेकर वह लड़की के भाई को सलाह देता था कि वह अपनी बहन को ऐसे अकेला मत भेजा करो।
आठ महीने बाद लॉकडाउनमें गायब हुई दूसरी किशोरी
2 अगस्त 2020 को 12 वर्षीय किशोरी गायब हुई। उस दिन शाम 4 बजे वह सामान लेने के लिए सागर सिनेमा के पास मार्केट गई थी। जिसका अभी तक कोई खुलासा नहीं हो सका है। गायब किशोरी के मजदूरी करने वाले परिजन अपनी बच्ची को जगह-जगह तलाशते रहे, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चल सका।