नई दिल्ली . जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी में कई दिनों से चल रहा प्रशासन और स्टूडेंट के बीच का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा। शुक्रवार को सुबह जब स्टूडेंट वेलफेयर की डीन वंदना मिश्रा क्लास में पढ़ाने गईं तो स्टूडेंट्स ने अपनी मांगों को लेकर उनका विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। स्टूडेंट की बात सुनने के बाद जब वह उनसे सहमत नजर नहीं आईं तो स्टूडेंट्स ने कमरे को भीतर से बंद कर लिया। इस वजह से स्टूडेंट के साथ प्रोफेसर वंदना मिश्रा भी कमरे में बंद हो गईं। सुबह से शुरू हुआ या मामला शाम तक भी ठंडा नहीं हुआ।
इस मामले पर जेएनयू के वीसी मामिदाल जगदीश कुमार ने ट्वीट करके स्टूडेंट्स से अपना विरोध प्रदर्शन वापस लेने की गुहार लगाई। हालांकि यहां भी जेएनयू स्टूडेंट उनसे मांगे मानने के लिए अड़े रहे। खबर लिखे जाने तक प्रोफेसर वंदना मिश्रा स्टूडेंट्स के साथ क्लास रूम में ही बंद थीं। चूंकि प्रोफेसर मिश्रा ही हॉस्टल से जुड़ा मामला देखती हैं इसलिए स्टूडेंट लगातार उन पर दबाव बनाते रहे हैं। स्टूडेंट और जेएनयू प्रशासन के बीच तब तनाव बढ़ा जब हॉस्टल को लेकर कुछ तथाकथित सख्त नियम लाए गए। प्रशासन ने अपील की है स्टूडेंट अपना प्रदर्शन बंद करें। प्रशासन का कहना है कि नियम पहले की तरह ही हैं उनमें कोई बदलाव नहीं किया गया है।