महिलाओं, बुजुर्गों और छात्रों के लिए दिल्ली मेट्रो में कुछ महीने के अंदर रियायती सफर की शुरुआत हो सकती है। डीएमआरसी ने इसकी तकनीकी तैयारी कर ली है। रियायती किराए पर सफर के लिए आपको केवाईसी कराना होगा। मेट्रो स्टेशन पर प्रवेश के समय स्मार्ट कार्ड के साथ अंगूठे की छाप देनी होगी। केवाईसी और बायोमेट्रिक के जरिए यह पता चल जाएगा कि यात्री कौन है और उसकी उम्र क्या है।
अगर वो रियायत की श्रेणी में है तो उसे किराए में छूट मिल जाएगी। दिल्ली सरकार ने डीटीसी के साथ-साथ मेट्रो में भी महिलाओं के मुफ्त सफर की घोषणा की थी। डीटीसी में मुफ्त सफर की शुरुआत हो चुकी है, लेकिन मेट्रो में मुफ्त सफर की राह में तकनीकी दिक्कत आ गई कि महिला यात्री की पहचान कैसे हो। उधर, शहरी विकास मंत्रालय भी मेट्रो में बुजुर्ग और छात्रों को छूट देने का प्रयास कर रहा है।
यहां भी यात्री की पहचान पर मामला अटका था। अब मेट्रो ने इसका रास्ता निकाल लिया है। डीएमआरसी के प्रबंध निदेशक मंगू सिंह ने बताया कि रियायती सफर के लिए मेट्रो कार्ड का केवाईसी कराना होगा, जिसमें यात्री की बायोमीट्रिक पहचान भी होगी। छूट कब लागू होगी, इस पर कोई फैसला नहीं हुआ है।
दिल्ली-एनसीआर की लाइफलाइन मेट्रो
- 391 किलोमीटर है दिल्ली मेट्रो का नेटवर्क
- 285 मेट्रो स्टेशन है
- 5031 फेरे मेट्रो रोज लगाती है
- 28 लाख से अधिक लोग रोजाना सफर करते है
- 70 फीसदी यात्री मेट्रो स्मार्ट कार्ड का प्रयोग करते हैं
- 10 फीसदी की छूट मिलती है अभी गैर व्यस्त समय में
- 10 फीसदी स्मार्ट कार्ड धारकों को अभी समय मिलता है
- 30 फीसदी महिला यात्री मेट्रो में सफर करतीं हैं