कोरोना के दौरान प्राइवेट अस्पतालों द्वारा मरीजों से मनमाने पैसे वसूल करने पर हरियाणा सरकार ने लगाम लगाने का प्रयास किया है। सरकार ने शुक्रवार को प्राइवेट अस्पतालों द्वारा लिए जा रहे बेड चार्ज के रेट तय कर दिए। अब आइसोलेशन बेड के लिए 8 से 10 हजार रुपए के बीच देने होंगे।
- स्वास्थ्य विभाग के एडिशनल चीफ सेक्रेटरी (एसीएस) राजीव अरोड़ा के मुताबिक, नेशनल एक्रिडेशन बोर्ड ऑफ हास्पिटल एंड हेल्थ केयर प्रोवाइडर (एनएबीएच) की मान्यता प्राप्त अस्पताल में आइसोलेशन बेड के लिए 10 हजार रुपये देने होंगे। इसके अतिरिक्त एनबीएच से गैर मान्यता प्राप्त अस्पताल में आइसोलेशन बेड के लिए 8 हजार रुपये रेट तय किए गए हैं।
- वहीं, बिना वेंटिलेटर वाले आईसीयू के लिए नेशनल एक्रिडेशन बोर्ड ऑफ हास्पिटल एंड हेल्थ केयर प्रोवाइडर (एनएबीएच) से मान्यता प्राप्त अस्पताल में 15 हजार रुपये देने होंगे जबकि एनबीएच से गैर मान्यता प्राप्त अस्पताल में 13 हजार रुपये देने होंगे।
- वेंटिलेटर वाले आईसीयू के लिए नेशनल एक्रिडेशन बोर्ड आफ हास्पिटल एंड हेल्थ केयर प्रोवाइडर (एनएबीएच) से मान्यता प्राप्त अस्पताल में 18 हजार रुपये देने होंगे जबकि एनबीएच से गैर मान्यता प्राप्त अस्पताल में 15 हजार रुपये इस बेड के लिए रेट तय किए गए हैं।
बीते दिनों हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री ने दिया था बयान
प्राइवेट अस्पतालों द्वारा कोरोना मरीजों से मनमाने रेट वसूल करने की लगातार शिकायतें आ रही थी। इसके मद्देनजर स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा था कि वे जल्द ही प्राइवेट अस्पतालों के रेट तय करेंगे। जिस भी व्यक्ति को प्राइवेट अस्पताल में इलाज करवाना है, वे करवाएं लेकिन रेट तय होने से कम से कम उसे लूटा तो नहीं जाएगा।