प्रदेश में बुधवार को कोरोना के 480 नए मरीज मिले हैं। हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी) के प्रशासक भी संक्रमित हो गए हैं। 11 लोगों की मौत हुई है। 427 लोग ठीक हुए हैं। अब तक 200 लोग काेरोना से जंग हार चुके हैं। 15 जून तक 100 की जान गई थी। ऐसे में मौतों की संख्या 9 दिन में दोगुनी हो गई है। मरीजों की संख्या के हिसाब से हरियाणा देश में 9वें और मौतों के आंकड़ों के लिहाज से 10वें नंबर पर आ गया है।
अप्रैल के आखिर तक हरियाणा की स्थिति पंजाब से बेहतर थी। अब वहां नए केस कम आ रहे हैं। मौतों की संख्या भी वहां कम है। हालांकि, मृत्यु दर वहां ज्यादा है। प्रदेश में अब तक 12,212 लोग संक्रमित हो चुके हैं। 31 मई तक सिर्फ 2,145 मरीज थे और 22 की मौत हुई थी।
लॉकडाउन खुलने के बाद 24 दिनों में 178 लोगों की जान जा चुकी है और 10,067 मरीज मिले हैं। यानी हर दिन औसतन 419 मरीज मिले हैं और 7 की मौत हुई है। 6925 मरीज ठीक होकर घर लौट चुके हैं। अब 12 दिन में मरीज दोगुने हो रहे हैं। अभी तक प्रति 10 लाख लोगों पर 9139 की टेस्टिंग हो पाई है। 5.29 फीसदी लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।
72% तक पहुंचा था रिकवरी रेट, 33% तक गिरकर 56.70% पर आया
17 मार्च को पहला केस आया था। 29 अप्रैल तक 312 मरीज थे। इनमें से 224 ठीक होकर लौट गए थे। ऐसे में ठीक होने वाले मरीजों की दर 72 फीसदी तक पहुंच गई थी। मौत सिर्फ तीन हुई थी। लेकिन इसके बाद संक्रमण तेजी से फैला। एक समय रिकवरी रेट 33 प्रतिशत के करीब आ गया था। आज भी 56.70 प्रतिशत पर है।
यहां मिले नए मरीज
फरीदाबाद में 201, गुड़गांव में 117, सोनीपत में 39, रोहतक में 22, पलवल में 17, भिवानी में 15, पानीपत में 13, करनाल में 11, झज्जर, रेवाड़ी में 9-9, अम्बाला में 7, चरखी दादरी में 6, कैथल में 4, जींद, नूंह, हिसार में 2-2, महेंद्रगढ़, कुरुक्षेत्र, फतेहाबाद, यमुनानगर में 1-1 मरीज मिले हैं।