कोरोना वायरस की वजह से लागू किए गए लॉकडाउन के चलते लोगों को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ा. आर्थिक संकट की ये मार भारत के साथ पूरी दुनिया पर पड़ी है. शिक्षा विभाग भी इससे अछूता नहीं है. यही वजह है कि देशभर में पेरेंट्स ने स्कूल फीस माफ करने या कम करने की गुहार लगाई है. मगर इन सबके बीच हरियाणा में निजी स्कूलों की मनमानी चरम पर पहुंचती दिख रही है. हम आपको बताते हैं कि प्राइवेट स्कूलों में फीस से जुड़ा ये मामला आखिर है क्या.
हरियाणा के दादरी का मामला
दरअसल, हरियाणा के दादरी में निजी स्कूलों ने पेरेंट्स को चेतावनी दी है कि 10 जुलाई तक फीस नहीं जमा करने वाले बच्चों की ऑनलाइन कक्षाएं बंद कर दी जाएंगी और उनके नाम स्कूल से काट दिए जाएंगे. निजी स्कूलों ने सरकार को भी आगाह किया है कि मांगों पर विचार नहीं होने पर 10 जुलाई के बाद प्रदेश भर में बड़ा आंदोलन शुरू किया जाएगा. निजी स्कूल संचालकों की दादरी में हुई बैठक में ये फैसला किया गया.
दादरी के एक निजी स्कूल में प्राइवेट स्कूल वेलफेयर एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष इंद्रजीत फोगाट की अध्यक्षता में कार्यकारिणी की बैठक हुई. इसमें निजी स्कूल संचालकों ने अभिभावकों से बच्चों की ट्यूशन फीस देने का आग्रह किया. साथ ही सरकार से भी मांग की है कि ऐसा आदेश जारी करें ताकि बच्चों की ट्यूशन फीस समय पर मिल सके और स्कूल संचालकों के लगातार हो रहे खर्चे और शिक्षकों के वेतन समेत अन्य पेमेंट किए जा सकें.