संशोधित नागरिकता कानून(सीएए) के खिलाफ डेढ़ महीने से अधिक समय से प्रदर्शन कर रहे जामिया के छात्र 30 जनवरी को राजघाट जा कर बापू को श्रद्धांजलि अर्पित नहीं कर सके। छात्रों ने लगभग 14 किमी लंबी मानव श्रृंखला बनाकर राजघाट पहुंचने की योजना बनाई थी। लेकिन पुलिस ने छात्रों को ऐसा करने से रोक दिया। छात्रों को होली फैमिली अस्पताल के पास से आगे नहीं बढ़ने दिया गया।
गांधी जी की पुण्यतिथि के मौके पर ‘हम भारत के लोग’ के आह्वान पर देशभर के छात्र राजघाट पहुंचने की तैयारी में थे, छात्र गांधी जी को श्रद्धांजलि अर्पित करना चाहते थे। जामिया के छात्रों ने मानव श्रृंखला बनाकर राजघाट पहुंचने की योजना बनाई थी। गुरुवार सुबह से राजघाट जाने की तैयारियां हो रही थीं। जामिया के 7 नंबर गेट से 12 बजे राजघाट रवाना होने की योजना थी, इसलिए बड़ी संख्या में छात्र पहुंच गए।
12:55 बजे छात्र राजघाट के लिए रवाना भी हो गए, लेकिन कुछ दूरी ही तय हुई थी कि छात्रों के पैदल मार्च पर एक अज्ञात शख्स ने गोली चला दी, गोली एक छात्र के बाएं हांथ पर लगी, छात्र को पुलिस ने आनन-फानन में पास के निजी अस्पताल में भर्ती कराया। पुलिस ने गोली चलाने वाले शख्स को भी मौके से ही हिरासत में ले लिया।
गोली चलाने के कारणों की छानबीन की जा रही है, लेकिन वारदात के बाद पुलिस ने छात्रों को मौके से आगे बढ़ने से रोक दिया। पुलिस ने विधानसभा चुनाव के चलते लगी आचार संहिता का हवाला देते हुए छात्रों से वापस लौटने की अपील की, लेकिन छात्र देर शाम तक पीछे हटने को राजी नहीं हुए। यहां छात्रों की पुलिस से बहस भी हुई, लेकिन पुलिस ने किसी सूरत में छात्रों को आगे नहीं बढ़ने दिया।
छात्रों ने आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस केन्द्र सरकार के इशारे पर उनके आंदोलन को कुचलने का प्रयास कर रही है। लेकिन सीएए के खिलाफ उनके आंदोलन की धार, किसी सूरत में कुंद नहीं पड़ेगी, प्रदर्शन जारी रहेगा।