सीएए-एनआरसी के खिलाफ भारत बंद के दौरान बुधवार को बिहार में भी कई जगह हिंसक झड़पें हुईं। मुजफ्फरपुर में भीड़ ने जहां थाना पर हमला कर दिया वहीं सीतामढ़ी और सीवान में बंद समर्थकाें और दुकानदारों के बीच हिंसक झड़प में 15 लोग जख्मी हो गए। गया में पथराव में पुलिस के तीन जवान घायल हो गए। बोचहां थाने पर जमकर बवाल हुअा। बंद समर्थकों ने नेता की गिरफ्तारी के बाद थाने पर हमला बोल दिया और थाना परिसर में लगे वाहनों व खिड़की के शीशे तोड़ दिए। इससे भी उनका गुस्सा शांत नहीं हुआ तो मुख्य गेट पर ताला जड़ कर उग्र प्रदर्शन करने लगे। बाद में कई थानों से पहुंची पुलिस ने लाठीचार्ज कर भीड़ काे तितर-बितर कर दिया। इसके बाद मुख्य द्वार पर लगे ताले को तोड़ा गया। गायघाट, हथौड़ी, औराई, पियर सहित कई थानाें की पुलिस ने गांव में फ्लैग मार्च किया।
बंद समर्थकों को चिह्नित कर दर्ज हाेगी एफआईआर
जब इसकी सूचना एसएसपी को मिली तो उन्होंने बोचहां थानाध्यक्ष को जाम स्थल पर भेजा, लेकिन जब थानाध्यक्ष ने प्रदर्शनकारियों को वहां से हटाने की कोशिश की तो नेतृत्व कर रहे बंद समर्थक पुलिस से भिड़ गए। मारपीट पर उतारू हो गए। इसके बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए तीन नेताओं को गिरफ्तार कर लिया, जो थाना क्षेत्र के करनपुर गांव निवासी हैं। इसके बाद बंद समर्थकों ने थाने पर हमला बोल दिया। परिसर में लगे जब्त वाहन व भवन की खिड़की के शीशे तोड़ दिए। थानाध्यक्ष ने बताया कि बंद समर्थकों काे चिह्नित कर प्राथमिकी दर्ज की जाएगी। ताेड़फाेड़ में महिलाएं भी थीं। मौके पर पहुंची पुलिस ने हल्का बल प्रयोग करते हुए उग्र समर्थकों को खदेड़ दिया।
कोसी, सीमांचल में रहा असर, कई जगह सड़क जाम, झड़पें
कोसी, सीमांचल समेत भागलपुर के आसपास के जिलों में कई जगहों पर भारत बंद का व्यापक असर तो कहीं मिला-जुला देखा गया। प्रदर्शन के दौरान एनएच-31 पर कई जगहों पर जाम कर दिया गया। पूर्णिया, मधेपुरा व सहरसा में दुकान बंद कराने पर दुकानदारों और प्रदर्शनकारियों में झड़प हो गई।