15 दिसंबर को जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय हिंसा मामले में दिल्ली पुलिस ने बुधवार को 70 लोगों की तस्वीर जारी की है। इन लोगों पर नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लेकर हिंसा फैलाने का आरोप है।
साकेत कोर्ट की मुख्य महानगर दंडाधिकारी गुरमोहिना कौर की कोर्ट में फुरकान को पेश किया गया। इसके बाद कोर्ट ने उसे तीन दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा दिया। पुलिस ने उसका रिमांड नहीं मांगा था। एसआईटी प्रमुख डीसीपी राजेश देव ने बताया कि दिल्ली में सीएए के विरोध में हुई हिंसा में यह 102वीं गिरफ्तारी है। जगह-जगह हुई हिंसा में दिल्ली पुलिस ने कुल 10 एफआईआर दर्ज की थीं। इनमें भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर समेत 102 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं। मोहम्मद फुरकान इलेक्ट्रीशियन है। वह हिंसा वाले दिन माता मंदिर रोड पर एक कोठी के सीसीटीवी कैमरों में दिखा था।
दो एफआईआर में 16 गिरफ्तारी हुईं