महाराष्ट्र के नासिक में मंगलवार को राज्य परिवहन (एसटी) की एक बस ऑटोरिक्शा से भिड़ गई। भिड़ंत के बाद दोनों वाहन सड़क किनारे कुएं में जा गिरे। इसमें 21 की मौत हो गई, जबकि 18 लोग घायल हो गए। परिवहन मंत्री ने हादसे को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए मृतक के परिजनों के लिए 10-10 लाख रुपये मुआवजे की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि घायलों के उपचार का खर्च भी राज्य परिवहन विभाग उठाएगा। घटना पर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकर ने दुख जताया है और पीड़ितों को हर मदद का आश्वासन दिया है।
बस ऑटोरिक्शा को दूर तक घसीटती चली गई
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि उत्तर महाराष्ट्र जिले के मालेगांव-देवला रोड पर स्थित मेशी फाटा जिले में यह हादसा शाम करीब चार बजे हुआ। उन्होंने बताया कि यात्रियों से भरी बस तेज गति से जा रही थी और ऑटोरिक्शा से टकरा गई। दुर्घटना इतनी भीषण थी कि बस ऑटोरिक्शा को दूर तक घसीटती चली गई और दोनों वाहन सड़क किनारे स्थित कुएं में गिर गए।
नासिक ग्रामीण पुलिस अधीक्षक आरती सिंह ने बताया, ‘कुएं से कम से कम 20 शव निकाले गए हैं। घायलों का सरकारी अस्पताल में उपचार चल रहा है। गाड़ियों के कुएं में गिरने की वजह से राहत और बचाव के काम में बहुत मुश्किलें आईं। हम लोग पंप की मदद से कुएं का पानी निकाल रहे हैं, ताकि यह सुनिश्चित कर सकें कि उसमें कोई और यात्री न फंसा हो।’
एक अन्य अधिकारी ने बताया कि बस धुले जिले से नासिक के कालवां शहर के लिए जा रही थी, जबकि ऑटोरिक्शा विपरीत दिशा से आ रहा था। पुलिस टीम बचाव कार्य में लगी हुई है। तीस लोगों को बचा लिया गया है। देर शाम महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम की तरफ से जारी बयान में बताया गया कि चालक की लापरवाही के कारण हादसा हुआ है। हादसे के बाद बस चालक के बारे में भी कुछ पता नहीं चल पाया है।
सीएम उद्धव ठाकरे ने हादसे पर दुख व्यक्त किया है। उन्होंने प्रशासन से मेडिकल सेवाएं उपलब्ध कराने को कहा। साथ ही राहत और बचाव कार्य में तेजी लाने के लिए एनडीआरएफ की मदद मांगी है। पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी घटना पर दुख जताते हुए मृतकों के परिवारों से संवेदना व्यक्त की है और घायलों के जल्द ठीक होने की कामना की है |