कलकत्ता विश्वविद्यालय में मंगलवार को छात्रों ने राज्यपाल जगदीप धनखड़ की कार को रोक दिया और उनके खिलाफ नारे लगाए। राज्यपाल यहां दीक्षांत समारोह के लिए विश्वविद्यालय पहुंचे थे।
गौरतलब है कि इससे पहले बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ को जादवपुर विश्वविद्यालय (जेयू) में दिसंबर, 2019 में छात्रों के एक समूह ने काले झंडे दिखाए थे। धनखड़ विश्वविद्यालय के कुलाधिपति के तौर पर वहां एक बैठक में हिस्सा लेने पहुंचे थे, जहां छात्रों ने उनकी कार को घेर कर गो बैक के नारे लगाए। इस पूरे वाकये के दौरान धनखड़ करीब घंटों विश्वविद्यालय परिसर में ही फंसे रहे, जिसके बाद सुरक्षा कर्मियों ने उन्हें वहां से निकालकर बैठक स्थल तक पहुंचाया, लेकिन छात्रों के प्रदर्शन को देखते हुए बैठक नहीं हो पाई। इसके बाद राज्यपाल ने राजभवन में बैठक करने की बात कही।
उन्होंने कहा कि वह छात्रों के भविष्य को अधर में नहीं डाल सकते। मैं किसी भी छात्र-छात्राओं का अहित नहीं चाहता। मेरा दिल हमेशा छात्रों के लिए ही धड़कता है। उन्होंने कहा कि मैं नहीं चाहता कि इस स्थिति से आपका करियर प्रभावित हो। मैं यहां आपसे चर्चा और समाधान तलाशने के लिए आया हूं। मैं ऐसा राज्यपाल नहीं हूं, जो कभी छात्रों की नहीं सुनता। उन्होंने कहा कि वह शिक्षण संस्थानों की स्वायत्तता में विश्वास रखते हैं और कभी भी किसी राजनीतिक दल की तरफ से काम नहीं करेंगे। राज्यपाल होने के नाते राज्य में किसी प्रकार की ¨हसा कतई बर्दाश्त नहीं करूंगा। क्योंकि भारत का संविधान मुझे यह इजाजत नहीं देता। मैं किसी सरकार का नहीं बल्कि संविधान का नुमाइंदा हूं। छात्रों द्वारा ‘गो बैक’ के नारों के बीच धनखड़ ने उनसे कहा कि राजभवन में एक प्रतिवेदन दें और उन्हें बैठकर उनके मुद्दों पर चर्चा करने में खुशी होगी। अगर मेरे पास आपके सवालों का जवाब होगा मैं निश्चित रूप से उनका जवाब दूंगा।
धनखड़ ने बाद में एक के बाद एक कई ट्वीट करके कहा, ‘दो घंटों तक यादवपुर विवि में रहा। विभिन्न मुद्दों पर प्रदर्शनकारी छात्रों से बातचीत हुई और संकेत दिया कि मैं आगे राजभवन में उनके संपर्क में रहूंगा। इसके साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश प्रशासन की तरफ से उनके विश्वविद्यालय दौरे को लेकर कोई प्रतिक्रिया नहीं थी। बीते रविवार को धनखड़ ने ट्वीट के जरिए कहा था कि जादवपुर विश्वविद्यालय के नौवें कोर्ट की 10वीं बैठक की कुलाधिपति के तौर पर अध्यक्षता करूंगा, जो 23 दिसंबर 2019 को दोपहर बाद दो बजे विवि के कमेटी रूम संख्या एक में निर्धारित है। इससे पहले विवि ने 24 दिसंबर को निर्धारित विशेष दीक्षा समारोह को रद कर दिया था, जिसमें धनखड़ को कुछ प्रमुख लोगों को डी लिट और डीएससी की उपाधि देनी थी।