चीन में कई लोगों की जान लेने वाले कोरोना वायरस को लेकर जम्मू-कश्मीर में अलर्ट जारी किया गया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आदेश पर प्रदेश के सभी बीस जिलों को एडवाइजरी जारी करके वायरस से बचाव के लिए उचित प्रबंध और लोगों को जागरूक करने की हिदायत दी गई है।
जम्मू-कश्मीर के पड़ोसी प्रदेश लद्दाख के साथ चीन की सीमा सटी हुई है। हालांकि, अभी किसी संदिग्ध मरीज के पीड़ित होने की पुष्टि नहीं हुई है। चीन और दुनिया के कई हिस्सों में कोरोना वायरस कई लोगों को अपना शिकार बना चुका है और हजारों लोग इससे पीड़ित हैं।
जिला स्तर पर जारी की गई एडवाइजरी में संदिग्ध मरीजों पर नजर रखने को कहा गया है। इसमें जिला स्तर पर किसी संदिग्ध मरीज में वायरस के लक्षण मिलने पर स्वास्थ्य निदेशालय को रिपोर्ट किया जाएगा, जिसमें विशेष इलाज के लिए पीड़ित को जीएमसी में आइसोलेट करने का प्रावधान होगा। चूंकि इस वायरस के लक्षण आम सर्दी के लक्षणों से मिलते हैं, ऐसे में बड़े पैमाने पर ऐसे मरीजों में किसी संदिग्ध को पहचान पाना मुश्किल रहता है।
ये हैं बचाव के तरीके
सीएमओ जम्मू डॉ. दानिश आयूब खान के अनुसार स्वास्थ्य निदेशालय की ओर से उन्हें एडवाइजरी जारी की गई है, जिसमें बचाव के लिए उपायों पर काम करने को कहा गया है। इसके लिए योजना बनाई गई है। डाक्टरों को संदिग्ध मरीजों की शिनाख्त करने को कहा गया है।
होता है रेस्पिरेटरी इंफेक्शन
कोरोना वायरस की वजह से रेस्पिरेटरी ट्रैक में हल्का इंफेक्शन हो जाता है, जो सामान्य सर्दी, जुकाम में देखने को मिलता है।
लक्षण
नाक बहना, सिर में तेज दर्द, खांसी और कफ, गला खराब, बुखार, थकान व उल्टी महसूस होना, सांस लेने में तकलीफ आदि।
बचाव के तरीके
कोरोना वायरस से पीड़ित व्यक्ति के संपर्क में आने से दूसरों में फैलता है। रोग से संक्रमित मरीज को खांसते व छींकते समय मुंह और नाक को रुमाल से ढकना चाहिए। बाहर से आने के बाद और खाना खाने से पहले हाथों को साबुन से अवश्य धोएं। अधिक मात्रा में पानी पीएं। कोरोना वायरस से पीड़ित व्यक्ति से हाथ न मिलाएं।