वसंत विहार पुलिस ने एक शातिर चोर को गिरफ्तार किया है। खास बात यह है कि वह स्पाइडरमैन या बंदर की तरह छत पर चढ़कर घर में घुस जाता था। इसलिए आरोपी ने अपना नाम मंकी रखा हुआ है। पुलिस के अनुसार चोरी के दौरान किसी प्रकार का विरोध होने पर आरोपी गोली चला देता था। उसके खिलाफ एक दर्जन मामले दर्ज हैं।
दक्षिण-पश्चिमी जिला पुलिस के अधिकारियों के अनुसार आरोपी की पहचान वसंत विहार कैंप निवासी सूरज उर्फ मंकी (24) के रूप में हुई है। वह बुधवार सुबह वारदात करने निकला था। तभी एक सूचना पर वसंत विहार थानाध्यक्ष रविशंकर के नेतृत्व में पुलिस टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया। आरोपी रैकी करने के बाद बंद पड़े घरों में वारदात कराता था। उससे लोडेड देशी कट्टा व दो कारतूस बरामद किए गए हैं।
लूटपाट करने वाले बदमाश वायरल वीडियो की बदौलत गिरफ्तार
जाफराबाद इलाके में गत छह जनवरी को युवक का गला घोटकर लूटपाट करने के आरोपी बदमाश को सीसीटीवी फुटेज की मदद से पुलिस ने दबोचा है। इस लूटपाट का वीडियो वायरल हुआ था। पकड़े गए आरोपी की पहचान फाजिल उर्फ गुड्डू (23) के रूप में हुई है। आरोपी ने क्रिसेंट स्कूल के पास अपने साथियों के साथ मिलकर एक युवक का गला घोंटकर उसके साथ लूटपाट की थी। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपी की पहचान कर उसे दबोचा है। पुलिस उपायुक्त वेद प्रकाश सूर्या ने बताया कि फाजिल से पूछताछ कर उसके साथी की तलाश की जा रही है।
एटीएम कार्ड बदलकर 10वीं की छात्रा से ठगी
पूर्वी दिल्ली के मंडावली इलाके में एटीएम कार्ड बदलकर 10वीं कक्षा की छात्रा से ठगी का मामला सामने आया है। आरोपियों ने पीड़िता को झांसा देकर कार्ड को पहले मशीन में फंसा दिया। इसके बाद धोखे से एटीएम कार्ड बदलकर छात्रा की मां के खाते से 47 हजार रुपये निकाल लिये। घर पहुंचने पर पीड़िता को ठगी का पता चला। परिजनों की शिकायत पर मंडावली थाना पुलिस केस दर्ज कर सीसीटीवी फुटेज की मदद से आरोपियों की तलाश में जुटी है।
पुलिस के मुताबिक पीड़िता खुशी (15) अपने परिवार के साथ डी-ब्लॉक पांडव नगर में रहती है। इसके परिवार में पिता सुनील कुमार, मां पिंकी व अन्य सदस्य हैं। खुशी पास के स्कूल में दसवीं कक्षा की छात्रा है। गत 11 जनवरी को पिंकी ने खुशी को बैंक ऑफ बड़ौदा का एटीएम कार्ड देकर एसबीआई के एटीएम से चार हजार रुपये निकालने के लिए भेजा था।
एटीएम पर पहले से खड़े दो युवकों ने खुशी से कहा कि उसकी ट्रांजेक्शन पूरी नहीं हुई है। खुशी से दोबारा एटीएम डालकर ट्रांजेक्शन रद्द करने के लिए कहा। खुशी उनके झांसे में आ गई। इस दौरान एटीएम कार्ड मशीन में फंस गया। खुशी के कहने पर आरोपियों ने किसी तरह एटीएम निकालकर चुपचाप बदलकर खुशी को दूसरा कार्ड थमा दिया। इसके बाद खाते से 47 हजार रुपये निकाल लिये गये।