मुंबई. फिरौती समेत कई घटनाओं में वांछित चल रहा गैंगस्टर एजाज लकड़ावाला को मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच टीम ने बुधवार को पटना जंक्शन के पास से गिरफ्तार कर लिया। एजाज पर 25 से ज्यादा केस दर्ज हैं। वह अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम का बेहद करीब रहा है। इससे पहले दिसंबर में मुंबई क्राइम ब्रांच की एंटी एक्सटॉर्शन सेल (एईसी) ने एजाज की बेटी सोनिया लकड़वाला को वसूली के दूसरे मामले में गिरफ्तार किया था। वह अपने पिता के कहने पर बांद्रा के एक बिल्डर से रंगदारी वसूलने के लिए धमकी दे रही थी। एजाज और गैंगस्टर छोटा राजन एक-दूसरे के जानी दुश्मन हैं। राजन ने दाऊद से भी एजाज के संबंध होने पर बैंकॉक में जानलेवा हमला करवाया था।
लकड़ावाला के पास था मनीष आडवाणी नाम का पासपोर्ट
लकड़ावाला की गिरफ्तारी पर महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने कहा, ‘पुलिस ने वांछित चल रहे एजाज लकड़ावाला को गिरफ्तार कर एक बेहतरीन काम किया है। वह मनीष आडवाणी के नाम से फर्जी पासपोर्ट का इस्तेमाल कर रहा था। उसे पटना एयरपोर्ट से पकड़ा गया है। वह नेपाल से यहां आया था या यहां से भाग कर नेपाल जा रहा था इसकी जांच जारी है।’
लकड़ावाला की गिरफ्तारी पर महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने कहा- ‘पुलिस ने बेहतरीन काम किया है। एजाज मनीष आडवाणी के नाम से फर्जी पासपोर्ट का इस्तेमाल कर रहा था। एजाज नेपाल से पटना पहुंचा था या यहां से भाग कर नेपाल जा रहा था, इस संबंध में जांच की जा रही है।’
पुलिस के मुताबिक, एजाज पटना आने से पहले कनाडा, मलेशिया, अमेरिका और नेपाल में भी रहा था। लकड़ावाला साल 2004 से गायब है। अपना गिरोह बनाने से पहले दाऊद इब्राहिम के लिए काम करता था। उस पर जबरन वसूली, हत्या के प्रयास और दंगे के कई मामले दर्ज हैं। मुंबई पुलिस के जॉइंट सीपी संतोष रस्तोगी ने गुरुवार को बताया- ‘अदालत से हमें 21 जनवरी तक लकड़ावाला की पुलिस कस्टडी मिली है। उसके खिलाफ मुंबई में 21 मामले दर्ज हैं।’
दाऊद को लेकर मिल सकती हैं कई महत्वपूर्ण जानकारी
रस्तोगी के अनुसार, लकड़ावाला दाऊद इब्राहिम गैंग का खास सदस्य था, इसलिए उम्मीद है कि उसके पास से कई महत्वपूर्ण जानकारी मिल सकती है। दिसंबर 2019 में ठाणे जिले के एक व्यवसाई ने पुलिस से शिकायत की थी कि उसे लकड़ावाला की तरफ से वसूली का कॉल और मैसेज मिले हैं। उसने 2 करोड़ रुपये की मांग की थी। उसी महीने लकड़ावाला की बेटी को फर्जी पासपोर्ट के सहारे देश से भागने के आरोप में पकड़ा गया था। उस पर भी रंगदारी का केस दर्ज है। पिछले साल उसका भाई अकिल लकड़ावाला भी फिरौती के एक मामले में गिरफ्तार हुआ था।
छोटा राजन ने करवाया था जानलेवा हमला
जोगेश्वरी इलाके से अपने जुर्म के कारोबारों को शुरू करना वाला एजाज बांद्रा के सेंट स्टेनीस्लूस स्कूल से पढ़ा है। लकड़ावाला कभी छोटा राजन का करीबी था, लेकिन दाऊद से संबंध के कारण वह उसे डबल क्रॉस करने लगा। यही कारण है कि साल 2003 में छोटा शकील (दाऊद का गुर्गा) के साथ सांठगांठ के आरोप में राजन ने एजाज पर बैंकॉक में हमला करवाया था। उस दौरान कहा गया कि वह हॉस्पिटल से भागकर दक्षिण अफ्रीका पहुंच गया था। दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद छोटा राजन को 25 अक्टूबर 2015 को इंडोनेशिया के बाली शहर से गिरफ्तार किया गया था।
कनाडा पुलिस ने किया था गिरफ्तार
हालांकि, बाद में साल 2004 में एजाज को कनाडा की रॉयल पुलिस ने ओटावा में पकड़ा। यहां कुछ दिन जेल में रहने के बाद रिहा कर दिया गया। इसके बाद वह कई साल तक लापता रहा। 2008 में पुलिस को फिरौती के एक मामले में एजाज के लिप्त होने की जानकारी मिली। इंटरपोल ने भी उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया था। एजाज अक्सर मुंबई में फिरौती के लिए कनाडा के नंबरों से कॉल किया करता था।