थुआ गांव की गलियों में कीचड़ होने से ग्रामीण परेशान हैं। उनका आरोप है कि गांव की कई गलियां कच्ची हैं, जिस कारण बरसाती पानी की निकासी नहीं हो पाती। गलियों में जमा गंदे पानी से बीमारी फैलने का खतरा मंडराने लगा है। दुर्गंध और गंदगी से ग्रामीणों का घर से बाहर निकलना भी मुश्किल हो गया है। ग्रामीणों का आरोप है कि उन्होंने कई बार इसकी शिकायत खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी से की, लेकिन आज तक समस्या का स्थायी हल नहीं निकाला गया. ग्रामीण आशीष, बल्लड़, सुभाष, राममेहर, जीता, रामकुमार, सतेंद्र, चांदी, सरोज, केलो व भतेरी ने बताया कि गांव में समस्याओं की भरभार है। गलियां कच्ची होने के कारण बरसाती व गंदे पानी की निकासी नहीं हो पाती। गलियों में कीचड़ हो गया है। मच्छरों की तादाद बढ़ने से बीमारी का खतरा बढ़ गया। गंदे पानी की दुर्गंध और गंदगी से लोगों सांस लेना और घरों में रहना भी मुश्किल हो रहा है। पिछले कई दशक से पंच, सरपंच, पंचायत समिति, विधायक या फिर पंचायत विभाग ने कोई कार्य यहां नहीं किए हैं। ग्रामीणों ने यह भी बताया कि हमेशा बुखार के मरीज गांव में देखे जा सकते हैं। उन्होंने गलियों की सुध लेने के लिए डीसी समेत अन्य प्रशासनिक अधिकारियों से भी गुहार लगाई, लेकिन आज तक उनकी समस्या का कोई समाधान नहीं हो पाया है।