अयोध्या मामले में उच्चतम न्यायालय का फैसला आने से पहले दिल्ली पुलिस ने अतिरिक्त बलों की तैनाती के लिये अपने शीर्ष अधिकारियों से शहर के संवेदनशील इलाकों की पहचान करने को कहा है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
उच्चतम न्यायालय राजनीतिक दृष्टि से संवेदनशील राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद भूमि विवाद मामले में शनिवार को फैसला सुनायेगा। सर्वोच्च अदालत के सुबह साढ़े दस बजे फैसला सुनाने की उम्मीद है।
अधिकारियों ने बताया कि पुलिस व्यापक सुरक्षा इंतजाम की तैयारी कर रही है और सभी जरूरी ऐहतियाती कदम उठाए जा रहे हैं। सभी जिलों के पुलिस उपायुक्तों और थाना प्रभारियों को संवदेनशील इलाकों में पुलिस की उपस्थिति और गश्त बढ़ाने का निर्देश दिया गया है।
प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पांच न्यायाधीशों की संविधान पीठ ने 40 दिनों की मैराथन सुनवाई के बाद 16 अक्टूबर को अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था। पुलिस द्वारा जारी एक परामर्श के मुताबिक पर्याप्त संख्या में बलों को तैनात किया जा रहा है और विभाग ने गृह मंत्रालय से अतिरिक्त केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों की मांग भी की है।
परामर्श में कहा गया है कि धर्म स्थलों पर सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिये आवश्यक इंतजाम किये गये हैं। पुलिस ने बताया कि सोशल मीडिया की भी निगरानी की जाएगी।
सोशल मीडिया पर मौजूद लोगों से विवेक के साथ पोस्ट करने और किसी असत्यापित सामग्री को साझा करने या फैलाने से बचने को कहा गया है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि शांति व्यवस्था को प्रभावित करने वाली किसी भी गतिविधि में संलिप्त पाये जाने वालों के खिलाफ दिल्ली पुलिस सख्त कानूनी कार्रवाई करेगी।