लखनऊ. नागरिकता संशोधन कानून को लेकर रविवार देर रात अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में छात्रों के उग्र प्रदर्शन और हिंसक झड़पों के बाद यूपी पुलिस (UP Police) ने हॉस्टल खाली कराने शुरू कर दिए हैं. मामले में डीजीपी ओपी सिंह ने कहा कि एमएमयू के हॉस्टल खाली कराने के आदेश दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि कल (रविवार) अफवाहों के आधार पर एएमयू के छात्र इकट्ठा हो गए थे. उनको बाहर जाने को कहा गया तो उन्होंने पथराव किया. पथराव में डीआईजी अलीगढ़, रैपिड एक्शन फोर्स के कमांडेंट को चोट लगी. उन्होंने बताया कि इस दौरान पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़कर उन्हें कंट्रोल किया. फिलहाल स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है. यूनिवर्सिटी को 5 जनवरी तक के लिए बंद कर दिया गया है. हम यूनिवर्सिटी की मदद के लिए तैयार हैं.
यूनिवर्सिटी ने मांगी मदद
डीजीपी ओपी सिंह (DGP OP Singh) ने बताया कि यूनिवर्सिटी ने शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए हॉस्टल खाली कराने में हमसे मदद मांगी है. कैंपस में कोई हिंसात्मक कार्रवाई होती है तो सख्त कानूनी कार्रवाई होगी. कल दिनभर हम एएमयू पर नजर रखे हुए थे. अचानक जामिया कैंपस की अफवाह को लेकर छात्र बाहर आ गए. पुलिस ने आंदोलनकारी छात्रों को नियंत्रित किया. अफवाहों पर नियंत्रण के लिए अलीगढ़, मेरठ और सहारनपुर में अस्थायी तौर पर इंटरनेट पर पाबंदी लगाई गई है. जरूरत होगी तो कुछ और शहरों में इंटरनेट पर पाबंदी लगाई जाएगी.
अफवाहों पर बिल्कुल ध्यान न दें छात्र: डीजीपी
डीजीपी ने कहा, ‘धारा 144 पर डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन फैसला लेगा. यदि यूनिवर्सिटी प्रशासन चाहेगा तो पुलिस हॉस्टल को खाली कराएगी. यूनिवर्सिटी प्रशासन को हॉस्टल खाली कराना चाहिए. हॉस्टल में छात्रों से साथ असामाजिक तत्व भी हो सकते हैं. सभी से शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील करता हूं. अफवाहों पर बिल्कुल ध्यान न दें. कोई भी जानकारी मिलती है तो लोग सीधे पुलिस को सूचना दें. हम अलर्ट पर हैं कानून व्यवस्था की स्थिति किसी भी सूरत पर खराब न हो.’